लखनऊ ब्यूरो
पेगासस जासूसी कांड पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी कड़ी में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को लखनऊ में परिवर्तन चौक जाते समय गिरफ्तार कर लिया गया।

इसी तरह कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा और प्रदेश अध्यक्ष महिला कांग्रेस मध्य जोन ममता चौधरी को घर में नजरबंद कर दिया गया। पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी व एमएलसी दीपक सिंह की भी गिरफ़्तारी हुई है. वहीँ कांग्रेस पार्टी की विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना को पहले हाउस अरेस्ट करने के बाद गिरफ्तार किया गया.

इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में तीखी नोकझोंक हुई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दरअसल, कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में परिवर्तन चौक से लेकर राजभवन तक प्रदर्शन करने जा रहे थे। वह राज्यपाल को मामले पर ज्ञापन भी सौंपने वाले थे।

गिरफ्तारी पर अजय कुमार लल्लू ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार विपक्षी दलों के नेताओं की निजता के अधिकार का बिल्कुल भी सम्मान नहीं कर रही है। किसी भी व्यक्ति की स्वतंत्रता पर डाका डालना अन्याय है। कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र के दमन के खिलाफ संघर्ष से पीछे नहीं हटेगी।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता और प्रिंट कन्वीनर अशोक सिंह ने देश भर में भास्कर समूह और भारत समाचार के विभिन्न दफ्तर सहित ब्रजेश मिश्र और वीरेंद्र सिंह के आवास पर पड़े छापे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अब यह स्पष्ठ है कि भाजपा का लोकतंत्र में कोई यकीन नही है।

अशोक सिंह ने कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सरकार कायरतापूर्ण हमला कर विरोध की हर आवाज़ को दबाना चाहती है।

उन्होंने कहा कि आज जिस तरह लखनऊ में मीडिया संस्थानों पर छापे डाले जा रहे है, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू के शांतिपूर्वक शांति मार्च से पहले उनके घर को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर गिरफ्तार किया है उससे स्पष्ठ है सरकार बेहद डरी हुई है।

उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस मीडिया पर हुए हमले की निंदा करते हुए सरकार को आगाह करती है कि 2022 में जनता इन कृत्यों के लिए भाजपा को उखाड़ फेंकेगी।