टीम इंस्टेंटख़बर
राजधानी दिल्‍ली के बॉर्डर पर पिछले डेढ़ साल से डटे आंदोलनकारी किसानों ने आज जंतर मंतर पर ‘किसान संसद’ लगाई । दिल्‍ली पुलिस ने यहां पर उन्‍हें प्रदर्शन की इजाजत दी है। 200 किसानों का जत्‍था बसों के जरिए जंतर मंतर पहुंचा। किसानों का यह प्रदर्शन सुबह 11 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक चलेगा। इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने सांसदों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सांसद किसानों के हक में संसद के भीतर आवाज नहीं उठाते तो चाहे वह किसी भी दल के हों, उनके क्षेत्र में उनका पुरजोर विरोध होगा।

बता दें कि तीन कृषि कानून के खिलाफ किसानों का जत्था जंतर- मंतर पहुंच गया है। आंदोलन को देखते हुए पूरा इलाके में सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। जगह जगह दिल्ली पुलिस और सुरक्षा बल की तैनाती की गई है।

जंतर मंतर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सांसदों को चेतावनी दी है। उन्‍होंने कहा, ”सांसद चाहे किसी भी दल के हों, अगर वह संसद के भीतर किसानों की आवाज नहीं उठाएंगे तो उनके संसदीय क्षेत्र में उनकी आलोचना होगी।”

कांग्रेस सांसदों ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ संसद परिसर में प्रदर्शन किया। पार्टी के पूर्व अध्‍यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने इस प्रदर्शन का नेतृत्‍व किया। किसान आंदोलन पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि, किसान हमारी रीढ़ की हड्डी हैं। उनके बिना जीना मुश्किल है। उन्होंने ये भी कहा कि, हम किसानों के मुद्दों को सदन में उठा रहे हैं। उस आवाज को उठाना जरूरी है और हम उठाएंगे।

इससे पहले किसानों के प्रदर्शन पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि हम किसानों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है। वहीं तोमर ने कहा है कि, पीएम मोदी किसानों के हितैषी है।