तौक़ीर सिद्दीक़ी
टी 20 विश्व कप 2022 अपने नॉक आउट स्टेज में पहुँच चुका है, कल सिडनी में पाकिस्तान और न्यूज़ीलैण्ड के बीच पहला सेमि फाइनल खेला जाना है, वहीँ 9 नवंबर को भारत एडिलेड में इंग्लैंड से मद्दे मुकाबिल होगा। सिडनी में कल दो ऐसी टीमों के साथ मुकाबला है जिसमें एक अपने खेल के दम पर फाइनल 4 में पहुंची है वहीँ दूसरी टीम को अपने खेल के अलावा दूसरी टीम की मदद भी लेनी पड़ी है, या ऐसा भी कह सकते हैं कि किस्मत का भी सहारा लेना पड़ा है.

दोनों टीमों के बीच अब तक 28 टी20 मैच खेले जा चुके हैं, जिसमें पाकिस्तान का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के मुकाबले काफी बेहतर है. पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 17 मैच जीते जबकि उसे 11 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। वहीँ अगर टी 20 विश्व कप की बात करें तो दोनों टीमों के दरमियान अबतक 6 मैच हुए हैं और यहाँ भी पाकिस्तान कीवियों पर भारी है, इन 6 मुकाबलों में पाकिस्तान 4-2 से आगे है. दोनों के बीच पिछले टी 20 विश्व कप में हुए मुकाबले में पाकिस्तान को 5 विकट से कामयाबी मिली थी.

2007 में पहले टी 20 विश्व कप में पाकिस्तान ने कीवी टीम को 6 विकेट से हराया था, 2009 में भी जब पाकिस्तान टीम चैम्पियन बनी थी तब भी न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ उसे 6 विकेट से कामयाबी मिली थी. 2010 में बेहद रोमांचक मुकाबले में कीवी टीम को मात्र एक रन से सफलता मिली थी. 2013 में भी दोनों के बीच करीबी मुकाबला हुआ और उसमें पाकिस्तान ने न्यूज़ीलैण्ड को 13 रनों से हराया था. 2016 में न्यूज़ीलैण्ड को पाकिस्तान पर 22 रनों से कामयाबी मिली वहीँ यूएई में खेले गए पिछले वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को 5 विकेट से कामयाबी मिली।

पाकिस्तान टीम का टी 20 क्रिकेट में आम तौर पर प्रदर्शन अच्छा रहा है, विश्व कप से पहले तीन देशों के बीच हुई टी 20 सीरीज भी पाकिस्तान ने जीती थी, जिसके फाइनल में पाक्सितान ने न्यूज़ीलैण्ड को हराया था. T20I मैचों में न्यूजीलैंड के खिलाफ पाकिस्तान का सर्वोच्च स्कोर 201 है जबकि सबसे कम स्कोर 101 है। वहीँ टी 20 विश्व कप की बात करें तो यह स्कोर क्रमशः 177 और 100 हो जाता है.

यहाँ पर इस बात का ज़िक्र करना बहुत ज़रूरी है कि पाकिस्तान की टीम सेमी फाइनल में अपने दम पर नहीं पहुंची है, आप इसे एक संयोग कह सकते हैं या भाग्य की बात जो नीदरलैंड जैसी टीम ने दक्षिण अफ़्रीकी टीम को पटखनी देकर पाकिस्तान के लिए सेमीफाइनल की राह बनाई। संयोग की अगर बात करें तो आपको पाकिस्तान टीम के साथ 1992 जैसे बहुत से संयोग नज़र आएंगे। 1992 में जब इमरान खान के नेतृत्व में गिरते पड़ते पाकिस्तान वर्ल्ड कप चैम्पियन बना था तब कुछ ऐसे ही हालात थे.

संयोग को अगर देखें तो 1992 वनडे वर्ल्ड कप की ही तरह इस वर्ल्ड कप का मेजबान भी ऑस्ट्रेलिया ही है. 1992 के विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया इसबार की तरह ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गया था, 1992 वनडे वर्ल्ड कप का पहला सेमीफाइनल पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था, इस बार भी पहला सेमीफाइनल इन्हीं दोनों टीमों के बीच खेला जाना है. इस बार की तरह ही पाकिस्तान को 1992 वनडे वर्ल्ड कप में भी भारत के हाथों ग्रुप स्टेज पर हार का सामना करना पड़ा था.1992 की तरह इसबार भी पाकिस्तान ने टूर्नामेंट में अपना पहला मैच MCG पर खेला और हार से शुरुआत की थी. जिस तरह टी 20 विश्व कप 2022 में पाकिस्तान के सेमी फाइनल में पहुँचने का फैसला ग्रुप स्टेज मुकाबलों के आखरी दिन हुआ उसी तरह 1992 वर्ल्ड कप में भी हुआ था.

कल मुकाबला कौन जीतेगा यह तो कल ही पता चलेगा लेकिन अगर आंकड़ों और संयोगों पर विश्वास करें तो पाकिस्तान की टीम न्यूज़ीलैण्ड पर भारी पड़ती है. यहाँ पर एक संयोग और भी है जो 1992 से मेल खाता है. 1992 में जो भूमिका इंज़माम ने निभाई थी कुछ वैसी ही भूमिका पाकिस्तान के लिए इस बार मोहम्मद हरिस ने पिछले दो मैचों में निभाई है. कीवी टीम की जहाँ तक बात है वह एकदम बैलेंस टीम नज़र आ रही है. कप्तान विलियम्सन की भी फॉर्म में वापसी हो चुकी है. फिन एलेन पाकिस्तानी गेंदबाज़ों के लिए बहुत बड़ा खतरा हैं, डेवन कॉन्वे और ग्लेन फिलिप्स भी खतरनाक फॉर्म में हैं. नूज़ीलैण्ड की गेंदबाज़ी भी काफी तजुर्बेकार है, पाकिस्तान के लिए अब भी उनकी सलामी जोड़ी सबसे बड़ी चिंता है, हालाँकि उनके मिडिल आर्डर ने पूरे विश्व कप में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है. देखा जाय तो पाकिस्तान ने जबसे चार तेज़ गेंदबाज़ों को खिलाना शुरू किया है उनका आक्रमण और भी धार दार हो गया है. कहा जा सकता है कि बाबर-रिज़वान को हटाकर देखा जाय तो पाकिस्तान टीम ने सही टाइम पर सही कॉम्बिनेशन को शायद पा लिया है. बाबर और रिज़वान के बीच बांग्लादेश के खिलाफ 45 रनों की साझेदारी हुई थी, जो अबतक इस विश्व कप में सबसे बड़ी साझेदारी थी, बाबर ने भी 25 रन बनाये थे जो इस वर्ल्ड कप में उनका सबसे बड़ा स्कोर था, हो सकता है इस 25 रनों की पारी से उनका खोया हुआ फॉर्म ऐन मौके पर वापस आ जाए, क्योंकि बाबर का चलना पाकिस्तान टीम के लिए बहुत ज़रूरी है.