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कानपूर में कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद कार में तोड़ फोड़ करने वाले पांचों कार्यकर्ताओं को अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी से निकाल दिया है.

पुलिस का कहना है कि इन लोगों ने साजिश के तहत अशांति फैलाने की नीयत से कार में तोड़फोड़ की थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंगलवार को कानपुर में काफिला गुजरने के बाद नौबस्ता थाना क्षेत्र के हमीरपुर जाने वाली सड़क पर पीएम मोदी का पुतला फूंककर भाजपा का झंडा लगी कार में तोड़फोड़ करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.

पुलिस का कहना है कि कार में जानबूझकर तोड़फोड़ की गई. ताकि इससे एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं में भय पैदा किया जा सके.

पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों सचिन केसरवानी, अंकुर पटेल, अंकेश यादव, सुकांत शर्मा और सुशील राजपूत पार्टी को गिरफ्तार किया है. इतना ही नहीं कार UP 85 AK 6774 के मालिक अंकुर पटेल को भी गिरफ्तार किया गया है. अंकुर पटेल पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का सचिव रहा है.

मिली जानकारी के अनुसार कार मालिक अंकुर पटेल ने एक साजिश के तहत अपनी कार को तुड़वाया था. अफसरों का तो यहां तक कहना है कि जिस वक्त यह तोड़फोड़ हो रही थी उस समय अंकुर पटेल ही वीडियो बना रहा था, इसलिए वह खुद वीडियो में सामने नहीं आ पाया.

इतना ही नहीं पुलिस की धरपकड़ तेज होते ही अंकुर ने अपने मोबाइल से शूट हुआ वह वीडियो भी डिलीट कर दिया. पुलिस ने अंकुर पटेल के मोबाइल को सीज कर फॉरेंसिक जांच के लिए भी भेज दिया है.

कानपुर पुलिस कमिश्नर का कहना है कि प्रधानमंत्री दौरे के दौरान एक साजिश के तहत राजनीतिक पार्टी का झंडा लगाकर दूसरे राजनीतिक पार्टी के लोगों के द्वारा लोगों को भयभीत करने अशांति फैलाने की नीयत से इस घटना को अंजाम दिया गया था.