टीम इंस्टेंटखबर
हरियाणा की खट्टर सरकार अपने अजीबोगरीब फैसलों के लिए पहचानी जाती है, इन्ही अजीबोगरीब फैसलों की कड़ी में खट्टर सरकार ने आज आम तौर प्रचलित शब्द “गोरखधंधा” के इस्तेमाल पर इसलिए प्रतिबन्ध लगा दिया कि इससे गोरखनाथ समुदाय के लोगों को ठेस पहुँचती है.

दरअसल इस शब्द का इस्तेमाल आमतौर पर अनैतिक कार्यों के सन्दर्भ में प्रयोग किया जाता है, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के मुताबिक गोरखनाथ समुदाय के लोगों को इस शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति है क्योंकि इस शब्द के नकारात्मक अर्थ निकालने से संत गोरखनाथ के अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुँचती है.

खट्टर ने कहा कि गुरु गोरखनाथ एक संत थे और किसी भी राजभाषा, भाषण या किसी भी संदर्भ में इस शब्द का प्रयोग उनके अनुयायियों की भावनाओं को आहत करता है, इसलिए किसी भी संदर्भ में इस शब्द का उपयोग राज्य में पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है. हरियाणा के सोनीपत में गुरू गोरखनाथ का एक मंदिर है. 2018 में राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने भी वादा किया था कि अगर सत्ता में लौटे तो गोरख धंधा शब्द पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.