तेहरान: ईरान की इस्लामी क्रांति के संरक्षकबल आईआरजीसी ने एक बयान जारी करके एलान किया है कि बैतुल मुक़द्दस की स्वतंत्रता की निशानिया सामने आने लगी हैं।

आईआरजीसी ने विश्व क़ुद्स दिवस के अवसर पर एक बयान जारी किया है। आईआरजीसी ने बयान जारी करके फ़िलिस्तीन के प्रतिरोध की प्रशंसा की और प्रतिरोध के मार्ग में शहीद होने वालों विशेषकर शहीद सुलैमानी को याद किया।

इस बयान में कहा गया है कि अमरीका और ब्रिटेन के षडयंत्रों से पिछले 72 वर्षों से फ़िलिस्तीनियों की भूमि पर अवैध ज़ायोनी शासन का क़ब्ज़ा जारी है। आईआरजीसी के अनुसार फ़िलिस्तीन का मुद्दा आज भी विश्व का ज्वलंत विषय बना हुआ है। यह मुद्दा क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ऊपर है। इस बयान के अनुसार इस्लामी गणतंत्र ईरान आरंभ से फ़िलिस्तीनियों की आकांक्षाओं का सम्मान करता आया है। आईआरजीसी के बयान में बताया गया है कि शहीद क़ासिम सुलैमानी ने फ़िलिस्तीनियों को उनके अधिकार दिलाने और उनको ज़ायोनियों के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए 20 साल से अधिक समय तक संघर्ष किया।