नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के संकेत मिलने लगे हैं| प्रधानमंत्री ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मंगलवार को कोरोना वायरस को लेकर चर्चा की। 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने कहा कि भविष्य में जब कभी भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अध्ययन होगा, तो ये दौर इसलिए भी याद किया जाएगा कि कैसे इस दौरान हमने साथ मिलकर काम किया और कोपरेटिव फेडरेलिज्म का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया।

पीएम मोदी ने कहा कि हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उतनी ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी, हमारे दफ्तर खुलेंगे, मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के साधन खुलेंगे और उतने ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे। उन्होंने कहा कि भारत में विशाल जनसंख्या के बावजूद कोरोना विनाशकारी नहीं हुआ है और देश में रिकवरी रेट 50 फीसदी के पास है। इस समय हमें बिलकुल भी असावधान होने की जरूरत नहीं है और मास्क के बिना बाहर जाने की कल्पना भी नहीं करनी चाहिए।

पीएम ने कहा कि हेल्थ के जानकार, लॉकडाउन और भारत के लोगों द्वारा दिखाए गए अनुशासन की आज चर्चा कर रहे हैं। आज भारत दुनिया के उन देशों में अग्रणी है जहां कोरोना संक्रमित मरीज़ों का जीवन बच रहा है। उन्होंने कहा कि लोकल प्रोडक्ट के लिए जिस क्लस्टर बेस्ड रणनीति की घोषणा की गई है, उसका भी लाभ हर राज्य को होगा। इसके लिए ज़रूरी है कि हम हर ब्लॉक, हर जिले में ऐसे प्रोडक्ट्स की पहचान करें, जिनकी प्रोसेसिंग या मार्केंटिंग करके, एक बेहतर प्रोडक्ट हम देश और दुनिया के बाज़ार में उतार सकते हैं।