टीम इंस्टेंटखबर
अखिल भारतीय राष्ट्रीय असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष, पूर्व सांसद डा0 उदित राज जी ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूरे देश में 38 करोड़ से ज्यादा सरकारी आकड़े के अनुसार असंगठित कामगार हैं। इनके लिए कांग्रेस सरकार के अलावा किसी अन्य सरकारा ने कोई भी काम नहीं किया।

डा0 उदित राज जी ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार ने मनरेगा, जॉब कार्ड राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा, सोशल सिक्योरिटी एक्ट सहित तमाम कार्य असंगठित कामगार के लिए किया। इनकी संख्या 2 दशकों में तेजी से बढ़ी है। मनरेगा द्वारा निर्माण कार्य में रोजगार मिला, कर्मचारियों की संख्या भी अमेजन, फ्लिप कार्ड, स्नैपडील, पेपर फ्राई, इत्यादि कंपनियों के आने से बढ़ी है। असंगठित कामगार एवं कर्मचारी के हित में आज भी केवल कांग्रेस पार्टी ही खड़ी दिखाई दे रही है। आटो सेक्टर में भी ओला, उबर, ड्राइवर इन, के माध्यम से बढोत्तरी हुई है।

डा0 उदित राज जी ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी में यह एक बड़ा महत्वपूर्ण विभाग है। कोई भी राजनैतिक दल इस तरह का विभाग बना कर इन कामगार एवं कर्मचारियों का भला अब-तक नहीं किया। प्रत्येक जिले में बडी तदाद में लोग कांग्रेस के इस संगठन से जुड़ रहें हैं।

डा0 उदित राज ने सरकार से मांग की है कि पुरानी पेंशन बहाल हो। 78 लाख 18 हजार केन्द्र व राज्य सरकार कर्मचारी जिनको पेंशन नहीं मिलनी है उन्हें नेशनल पेंशन सिस्टम में कवर किया जा रहा है। जो सरासर अन्याय है। किसी भी कर्मचारी का रिटार्यमेंट के बाद पेंशन ही एक सहारा होता है। तथा परिवार में सम्मान का कारण भी होता है। लेकिन भाजपा की श्री अटल बिहारी जी की सरकार में यह एक कर्मचारी विरोधी निर्णय भारी पड़ रहा है। कांग्रेस शासित राज्यों ने छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान, में पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल कर एक एतिहासिक कदम उठाया है।