साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 132 वीं कड़ी में बोले कांग्रेस नेता

लखनऊ
भाजपा को सत्ता से हटाने की कुंजी मुसलमानों और दलितों की राजनीतिक एकता में है। इन दोनों तबकों के साथ आते ही अन्य जातियाँ भी आ जायेंगी और भाजपा फिर से 1989 की स्थिति में पहुँच जायेगी जब पूरे देश में उसके सिर्फ़ दो सांसद ही होते थे।

ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 132 वीं कड़ी में कहीं।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमानों और दलितों की कुल आबादी 42 फीसदी है जबकि भाजपा भाजपा को 2014 में 31 प्रतिशत और 2019 में 37 प्रतिशत वोट मिला था। यानी सिर्फ़ मुस्लिम और दलित कांग्रेस के साथ आ जाएं तो भाजपा बुरी तरह हार जाएगी।

उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक कांग्रेस की तरफ से इस बार दस हज़ार से ज़्यादा उलेमा और मदरसों को पत्र भेजा गया है। इससे पहले एक हज़ार मौलानाओं को दिसंबर में पत्र भेजकर मुसलमानों को किसी को हराने के बजाए पॉज़िटिव वोटर बनने के लिए प्रेरित करने की अपील की गयी थी।

पत्र में आंकड़ों के साथ मुसलमानों और दलितों की आबादी, 2014, 2019 और हाल में हुए चार राज्यों के चुनावों में सभी पार्टियों के मत प्रतिशत के साथ राजनीतिक विश्लेषण करते हुए भाजपा को हराने के फॉर्मूले पर बात की गयी है।