नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आशा वर्कर्स के हड़ताल पर जाने का मुद्दा उठाया है। उन्‍होंने शनिवार को एक ट्वीट में कहा कि ‘आशा कार्यकर्ता सही मायने में हेल्‍थ वॉरियर्स हैं, लेकिन वे आज अपने हक के लिए हड़ताल करने पर मजबूर हैं।’ कांग्रेस नेता ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “सरकार गूंगी तो थी ही, अब शायद अंधी-बहरी भी है।”

बता दें कि देश की करीब 6 लाख आशा वर्कर्स विभिन्‍न मांगों को लेकर 7 अगस्‍त से दो दिवसीय हड़ताल पर हैं।

आशा वर्कर्स की मांग
देश की करीब 6 लाख आशा वर्कर्स मांग कर रही हैं कि उन्‍हें टाइम से सैलरी मिले। उन्‍होंने सैलरी बढ़ाने की डिमांड रखी है ताकि वे कोरोना महामारी के समय जिस तरह से मदद कर रही हैं, वो जारी रख सकें। उनके संगठन की डिमांड है कि बीमा और जोखिम भत्‍ते जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। आशा वर्कर्स को 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियंस भी सपोर्ट कर रही हैं।