सैफई:
समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का पूरे राजकीय सम्मान के साथ सैफई में अंतिम संस्कार किया गया. देशभर से पहुंचे राजनेताओं ने उनको नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की. नेताजी के पार्थिव शरीर सोमवार शाम इटावा जिला स्थित उनके पैतृक गांव सैफई में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था. सोमवार को सैफई में ‘नेताजी अमर रहे’ के नारे गूंज उठा. मुलायम सिंह के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों की आँखों से लगातार आंसू बाह रहे थे, मुलायम सिंह यादव का सोमवार की सुबह 82 वर्ष की आयु में हरियाणा के गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था.

मुलायम सिंह यादव पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. बड़े बेटे अखिलेश यादव ने उन्हें पैतृक गांव सैफई में मुखाग्नि दी. इस दौरान लोगों ने धरती पुत्र अमर रहें के नारे लगाए. मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार उनकी पहली पत्नी मालती देवी के मेमोरियल के पास बने प्लेटफॉर्म पर किया गया.

सैफई मेला ग्राउंड में पूरे राजकीय सम्मान के साथ नेताजी मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार किया गया. नम आंखों से उनको अंतिम विदाई दी गई. कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी और पार्टी के अन्य नेता मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सैफई पहुंचे.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सैफई में समाजवादी पार्टी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में शामिल हुए. राजनाथ सिंह ने कहा, ‘पीएम मोदी यहां नहीं आ सके, लेकिन उन्होंने मुझे अपनी ओर से श्रद्धांजलि देने के लिए कहा. हमारे बीच बहुत मजबूत रिश्ता था.बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सैफई पहुंचकर नेताजी मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी.

मुलायम सिंह का पार्थिव शरीर सैफई में उस स्थान पर पहुंच गया है जहां उन्हें अंतिम विदाई दी जा जाएगी. इस वक्त लोगों का समंदर उमड़ा है. लोग नेताजी की एक झलक पाने को बेताब हैं. लोग पेड़ों पर चढ़ गए हैं और नेताजी अमर रहे के नारे लगा रहे हैं. मुलायम सिंह का पार्थिव शरीर एक वाहन के जरिए सैफई लाया गया है. इस वाहन में अखिलेश यादव, बाबा रामदेव मौजूद के साथ कई अन्य वीआईपी मौजूद हैं.