पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला मैच गंवाने के बाद न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ करो या मरो वाले मैच में भारतीय बल्लेबाजों के हाथ फिर से निराशा ही लगी। पाकिस्तान के खिलाफ खेले गये विश्वकप के पहले मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने शर्मनाक प्रदर्शन किया था और पावरप्ले के अंदर पूरा टॉप ऑर्डर बिखर गया था, जिसके बाद उम्मीद थी कि इस अहम मैच में बल्लेबाज बेहतर प्रदर्शन करते नजर आयेंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और भारतीय टीम के बल्लेबाजों का फ्लॉप शो बरकरार रहा।

दुबई के मैदान पर खेले गये इस मैच में कीवी टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और अपने बॉलर्स के दम पर निर्धारित 20 ओवर्स में भारतीय टीम को 7 विकेट के नुकसान पर महज 110 रन के स्कोर पर रोक दिया। भारतीय टीम ने इस मैच में बल्लेबाजी को बेहतर बनाने के लिये सूर्यकुमार यादव की जगह ईशान किशन और भुवनेश्वर कुमार की जगह शार्दुल ठाकुर को शामिल किया लेकिन इसके बावजूद विराट सेना को कोई फायदा नहीं हुआ।

भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पावरप्ले के अंदर महज 35 रन ही बनाये और अपने दोनों सलामी बल्लेबाज ईशान किशन (4) और केएल राहुल (18) का विकेट गंवा दिया। पावरप्ले की समाप्ति के बाद भी रोहित शर्मा (14) मौके का फायदा नहीं उठा सके और ईश सोढ़ी की गेंद पर खराब शॉट खेलकर आउट हो गये, वहीं विराट कोहली (9) भी पारी को आगे नहीं बढ़ा सके और कैच थमा कर लौट गये। भारतीय टीम ने महज 48 रन के स्कोर पर अपने 4 विकेट खो दिये थे, जिसके बाद लगा कि शायद ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या पारी को संभालते हुए तेजी से रन बनाते नजर आयेंगे पर ऐसा हो नहीं सका।

पारी की शुरुआत में जल्दी-जल्दी विकेट खोने की वजह से भारतीय बल्लेबाज दबाव में नजर आये और तेजी से रन नहीं बना सके। जब पंत ने तेजी से रन बनाने का मन बनाया तो मिल्ने की यॉर्कर पर बोल्ड होकर वापस लौट गये। वहीं हार्दिक पांड्या (23) भी ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर कैच थमाकर वापस लौट गये।

भारतीय टीम के लिये मैच के अंत में रविंद्र जडेजा ने 19 गेंदों में 26 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम के स्कोर को 100 रन के पार पहुंचाया। न्यूजीलैंड के खिलाफ इस मैच में ऋषभ पंत के विकेट को छोड़ दिया जाये तो भारतीय बल्लेबाजों ने ज्यादातर विकेट खराब शॉट खेलकर गंवाये। इतना ही नहीं भारतीय बल्लेबाजों ने 20 ओवर्स के खेल में 9 ओवर पर कोई रन नहीं बनाया जिसके चलते विराट सेना निर्धारित 20 ओवर्स में 110 रन का ही स्कोर खड़ा कर सकी। अगर भारतीय टीम इस मैच में हार जाती है तो उसका विश्वकप में सफर लगभग समाप्त हो जायेगा।