टीम इंस्टेंटखबर
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि तालिबान समूह भारत समेत सभी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है. उन्होंने संकल्प लिया कि अफगानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ नहीं करने दिया जाएगा. जबीउल्लाह मुजाहिद ने यह भी कहा कि समूह जिसके हाथ में अब अफगानिस्तान की बागडोर है वह भारत को क्षेत्र में एक अहम हिस्सा मानता है.

तालिबान का यह बयान उन ख़बरों के बीच आया है जिसमें कहा गया कि मसूद अजहर कश्‍मीर में अशांति फैलाने के लिए तालिबान से मदद मांग रहा है और कुछ दिन पहले ही उसने मुल्‍ला बरादार से मुलाकात की थी.

वहीँ अमरीकी सेना के मेजर जनरल विलियम हैंक टेलर ने कहा कि काबुल एयरपोर्ट पर अभी भी लगभग 5,400 लोग अफगानिस्तान से उड़ान का इंतजार कर रहे हैं. हमारे पास इन्‍हें अफगानिस्तान से अमेरिकी सैन्य एयरलिफ्ट के माध्‍यम से निकालने की क्षमता है. आईएसआईएस हमें इस मिशन को पूरा करने से नहीं रोकेगा.

दूसरी और संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर का अनुमान है कि आने वाले महीनों में अगर स्थिति और बिगड़ती है तो अफगानिस्तान से करीब पांच लाख लोग पलायन कर सकते हैं. यूएनएचसीआर का कहना है कि पिछले हफ्ते तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद अफगानिस्तान की स्थिति अनिश्चित बनी हुई है और उसमें तेजी से बदलाव आ सकती है. एजेंसी के अनुसार 5,15,000 नए शरणार्थी पलायन कर सकते हैं.