अदनान
स्कॉटलैंड ने अपने अनुभवी गेंदबाज़ों की मदद से पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ मैच को अपनी झोली में डाल कर, इस विश्व कप में अपनी दूसरी जीत दर्ज की। तेज़ गेंदबाज़ जॉश डेवी ने मैच के अंतिम क्षणों में बढ़िया गेंदबाज़ी की और 18 रन देकर चार विकेट लिए। हालाँकि 35 रन पर पांच विकेट गंवाने के बावजूद पापुआ न्यू गिनी के नॉर्मन वानुआ और किप्लिन डोरिगा ने एक समय अपने बड़े शॉट की मदद से लगभग मैच का रुख़ बदल दिया था।

स्कॉटलैंड अब ग्रुप बी में शीर्ष पर है, लेकिन हार का अंतर कम होने का कारण उन्हें अंतिम मैच तक इंतज़ार करना होगा। उसके बाद ही यह साफ़ हो पाएगा कि वह सुपर 12 में पहुंचेंगे या नहीं। यदि ग्रुप बी में सभी टीमें दो-दो मैच जीतती हैं तो नेट रन-रेट पर काफ़ी कुछ निर्भर करेगा।

पीएनजी के लिए पिछले मैच की तुलना में यह बड़ा सुधार था जहां उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से साथ बेहतर प्रदर्शन किया। पीएनजी के दो बल्लेबाज़ों ने बहुत कोशिश की लेकिन शीर्ष क्रम के ख़राब प्रदर्शन के कारण वह लक्ष्य से 17 रन पीछे रह गए।

पहले काइल कोटज़र तीसरे ओवर में काबुआ वागी-मोरेया की एक धीमी गेंद का शिकार बने। इसके बाद जॉर्ज मंसी ने तीन चौके लगा कर तेज़ी से रन बनाने का प्रयास किया लेकिन वह ऑफ़ स्पिनर चार्ल्स अमीनी की गेंद पर स्लॉग स्वीप लगाने के चक्कर में स्क्वेयर लेग सीमा रेखा पर कैच दे बैठे। इसके बाद रिची बेरिंग्टन और मैथ्यू क्रॉस ने पारी का पुनर्निमाण करते हुए 92 रनों की साझेदारी की। हालांकि इन दोनों के आउट होने के बाद स्कॉटलैंड का कोई भी खिलाड़ी तेज़ी से रन बनाने में सक्षम नहीं हो पाया।

35 रन पर पांच विकेट गंवाने के बाद पहले 32 रन की साझेदारी हुई और फिर सातवें विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी हुई। दोनों साझेदारियों में वानुआ मुख्य पात्र थे। उन्होंने 15वें ओवर में 2 छक्कों की मदद से 18 रन बटोरे। 15 ओवर के बाद पीएनजी का स्कोर 104 रन था और उन्हें पांच ओवर में 62 रनों की आवश्यकता थी। उसके बाद 16वें ओवर में डोरिगा ने 16 रन बटोरकर मैच को रोमांचक स्थिति में ला दिया लेकिन अगले दो ओवरों में वानुआ और डोरिगा आउट हो गए जिसके बाद मैच पूरी तरह से स्कॉटलैंड की झोली में चला गया।