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कृषि कानून वापसी के बाद चल रही शिरोमणि अकाली दल और भाजपा की बढ़ती नज़दीकियों की ख़बरों के बीच शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी का बसपा के साथ पक्का गठबंधन है और वह पूर्व सहयोगी भाजपा से हाथ नहीं मिलाएगी।

शिअद का भविष्य बसपा के पास है, उन्होंने होशियारपुर से करीब 36 किलोमीटर दूर छब्बेवाल में संवाददाताओं से बातचीत में कहा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “हमारा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ पक्का गठबंधन है।” उन्होंने कहा कि शिअद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हाथ नहीं मिलाएगी।

भाजपा और शिअद के बीच पुराना गठबंधन पिछले साल तब टूट गया जब शिरोमणि अकाली दल ने कृषि कानूनों को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) छोड़ दिया।

117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा के चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस, शिअद-बसपा गठबंधन, आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा के बीच बहुकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है।

पंजाब चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा समाज के विभिन्न वर्गों के लिए वादे किए जाने के बारे में पूछे जाने पर बादल ने कहा कि आप प्रमुख को पहले इन्हें दिल्ली में लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा, ”पहले उन्हें वहां के संविदा शिक्षकों को स्थायी नौकरी देनी चाहिए और फिर उन्हें पंजाब में स्थायी नौकरी की गारंटी देनी चाहिए। झूठी गारंटी देकर केजरीवाल राज्य के लोगों को बेवकूफ नहीं बना सकते।”

उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पिछले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के लोगों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया और अब वर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं। बादल ने आरोप लगाया कि केजरीवाल और चन्नी दोनों राज्य की जनता से झूठ बोल रहे हैं और झूठे वादे कर रहे हैं।

उन्होंने सवाल किया, केजरीवाल को पहले अपने राज्य में किए गए वादों को लागू करके अपनी ईमानदारी साबित करनी होगी, अन्यथा, पंजाबी उन पर विश्वास नहीं करेंगे। उन्होंने महिलाओं को भत्ता, 300 यूनिट मुफ्त बिजली और दिल्ली में नियमित नौकरियों को क्यों नहीं दिया है।