टीम इंस्टेंटखबर
भारतीय जनता पार्टी की एक दिन पहले घोषित हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी गैरों पे करम अपनों पे सितम वाली बात को चरितार्थ करती है. नई कार्यकारिणी में जहाँ मेनका, वरुण, कटियार और सोनिया गाँधी के धुर विरोधी फायर ब्रांड नेता सुब्रमण्यम स्वामी को जगह नहीं मिली वहीँ कई दलबदलुओं को कार्यकारिणी में जगह देकर सम्मानित किया गया है.

हालाँकि सुब्रमण्यम स्वामी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किए जाने को लेकर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन अब अपने ट्विटर हैंडल के बायो भाजपा हटाकर अपनी नाराज़गी ज़रूर जता दी है. सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विटर पर अपना जो बायो अपडेट किया है, उसमें बीजेपी का जिक्र नहीं है.

स्वामी से पहले वरुण गाँधी भी अपने ट्विटर बायो से भाजपा शब्द को हटा चुके हैं। उन्होंने भी किसानों और लखीमपुर हिंसा पर सरकार को जमकर निशाना बनाया था.