विकास/विक्रांत
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने शुक्रवार को बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग-ऑन-क्रूज मामले में बरी कर दिया गया है। पिछले साल मुंबई से दूर एक क्रूज जहाज पर ड्रग्स पाए जाने के बाद एंटी-ड्रग्स एजेंसी ने 6,000 पन्नों का चार्जशीट दायर किया है, जिसमें 14 आरोपियों के नाम हैं। छापेमारी के बाद गिरफ्तार किए गए आर्यन खान को आरोपी नहीं बनाया गया है।

एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारी संजय कुमार सिंह ने एक बयान में कहा, “आर्यन और मोहक को छोड़कर सभी आरोपी नशीले पदार्थों के कब्जे में पाए गए।” उन्होंने कहा कि एजेंसी को आर्यन खान और पांच अन्य के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले, जिसमें एविन शाहू, गोपाल जी आनंदो, समीर साईघान, भास्कर अरोड़ा और मानव सिंघली शामिल हैं।

आर्यन खान को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार होने के बाद तीन सप्ताह से अधिक समय जेल में बिताया गया था, जो समाचारों की सुर्खियों और सोशल मीडिया पर छाई रही थी। नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो ने शुरू में दावा किया था कि आर्यन खान ड्रग्स का नियमित उपयोगकर्ता और आपूर्तिकर्ता था।

उनके और उनके वकीलों ने आरोपों का दृढ़ता से खंडन किया, जिन्होंने तर्क दिया कि छापे के दौरान उनके पास कोई ड्रग्स नहीं मिला। मामले की सुनवाई कर रही एक विशेष अदालत ने एनसीबी की दलीलों पर भी सवाल उठाए, जिसने कहा कि वह इस तरह के गंभीर आरोप लगाने के लिए सिर्फ व्हाट्सएप संदेशों पर भरोसा नहीं कर सकता।

जांच के प्रभारी अधिकारी समीर वानखेड़े को हटा दिया गया और आर्यन खान को जानबूझकर निशाना बनाने और यहां तक कि आरोपी को ब्लैकमेल करने की कोशिश करने के आरोपों का सामना करना पड़ा। जांच में अनियमितताएं और खामियां सामने आने के बाद मामले को एनसीबी की मुंबई स्थित टीम से दिल्ली की टीम में ट्रांसफर कर दिया गया।