पाकिस्तान का सपना फिर से टूट गया। भारत और श्रीलंका की टीम 17 सितंबर को फाइनल में टकराएंगे। प्रेमदासा स्टेडियम में क्या रोमांच था! यह केवल दूसरी बार है, जब वनडे एशिया कप में आखिरी गेंद पर रन-चेज़ पूरा किया गया है, इससे पहले 2018 एशिया कप फाइनल में दुबई में बांग्लादेश के खिलाफ भारत की 3 विकेट से जीत हुई थी।

अगर फाइनल में पहुँचने की बात करें तो श्रीलंका का ये 12 वां फाइनल है वहीँ भारत 10वीं बार फाइनल खेल रहा है. पाकिस्तान 5 और बांग्लादेश 3 बार फाइनल है. इस सर्वाधिक बार फाइनल खेलने का रिकॉर्ड श्रीलंका के साथ बरकरार है. जहाँ तक खिताब जीतने की बात है तो भारत ने सर्वाधिक सात बार एशिया कप को जीता है वहीँ श्रीलंका के नाम 6 खिताब हैं, उसके पास खिताबी जीत का रिकॉर्ड बराबर करने का सुनहरा मौका है.

एशिया कप (वनडे) में अगर श्रीलंका द्वारा सर्वाधिक सफल लक्ष्य का पीछा करने की बात कहें तो 2014 में फतुल्लाह मैदान पर उसने भारत के खिलाफ 265 रनों का सफल पीछा किया, 214 में ही मीरपुर में पाकिस्तान क खिलाफ 261, कोलोंबो में 2023 में 252 और 1997 में भारत के खिलाफ कोलोंबो में ही 240 रनों का सफल लक्ष्य.

असलंका ने 47 गेंद में तीन चौकों और एक छक्के से नाबाद 49 रन बनाकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान ने इससे पहले 73 गेंद में छह चौकों और दो छक्कों से नाबाद 86 की पारी खेलने के अलावा इफ्तिखार अहमद (47 रन, 40 गेंद, चार चौके, दो छक्के) के साथ छठे विकेट के लिए 108 रन जोड़कर पाकिस्तान का स्कोर सात विकेट पर 252 रन तक पहुंचाया।

इन दोनों की साझेदारी से पाकिस्तान अंतिम 10 ओवर में 102 रन जोड़ने में सफल रहा। सलामी बल्लेबाज अब्दुल्ला शफीक ने भी शीर्ष क्रम में 69 गेंद में तीन चौकों और दो छक्कों से 52 रन बनाए। बारिश के कारण मैच की शुरुआत में ही विलंब हुआ जिसके कारण इसे 45 ओवर का कर दिया गया। मैच के बीच में दोबारा बारिश आई जिसके कारण मैच में ओवरों की संख्या फिर घटाकर 42 कर दी गई।