टीम इंस्टेंटख़बर
कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी अब मोदी सरकार के खिलाफ फिर से सक्रीय हो गयी हैं, उन्होंने 20 अगस्त को विपक्षी दलों के नेताओं की वर्चुअल मीटिंग बुलाई है। एक तरह से 2024 में होने वाले चुनाव को ध्यान में रख कर सोनिया ने विपक्ष को लामबंद करने की कमान सीधे अपने हाथों में ले ली है।

मिली खबरों के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी शामिल होंगे।

10 जनपथ के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोनिया विपक्ष के नेताओं से सीधे बात कर रहीं हैं। दरअसल हाल ही में पार्टी द्वारा कराये गए आंतरिक सर्वेक्षण में जो तथ्य सामने आये उसने कांग्रेस की सक्रियता बढ़ा दी है।

इस सर्वेक्षण में बताया गया है कि पेट्रोल -डीज़ल की बढ़ती कीमतों, किसान आंदोलन, पेगासस जासूसी और आसमान छूती महंगाई जैसे कारणों से मोदी और भाजपा की लोकप्रियता लगातार घट रही है। लोग कोरोना महामारी से निपटने की सरकार की कोशिशों से भी खुश नहीं हैं।

कांग्रेस इस मौके का राजनीतिक लाभ उठा सकती है लेकिन मोदी के खिलाफ मुहीम तभी सफल हो सकेगी जब विपक्ष पूरी तरह लामबंद हो। इसी सुझाव को देखते हुये सोनिया ने वर्चुअल बैठक बुलाने का फैसला लिया।