नई दिल्ली। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने आईसीसी के पोडकास्ट में वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज इयान बिशप और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान शॉन पोलक के साथ शिरकत की जहां पर उन्होंने अपने जीवन से जुड़े कई पहलुओं पर अपने विचार रखे और गेंदबाजी से जुड़े कई मुद्दों पर अपने विचार रखे।

मौजूदा समय में अगर किसी खिलाड़ी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफल होना है तो उसे बचपन से ही काफी ट्रेनिंग की जरूरत होती है। लेकिन इस पॉडकास्ट के दौरान बुमराह ने खुलासा किया कि उन्होंने आज तक इसको लेकर कोई ट्रनिंग नहीं ली, जो कुछ भी सीखा , खुद से ही सीखा।

अपनी गेंदबाजी के बारे में बात करते हुए बुमराह ने कहा, ‘मूल ​​रूप से, मुझे कभी भी कोचिंग नहीं मिली। मैंने कोई प्रोफेशनल कोचिंग सेंटर या शिविर नहीं अटैंड किया। आज तक, मैंने सब कुछ, टीवी, वीडियो के माध्यम से खुद ही सीखा है। मेरे गेंदबाजी एक्शन का कोई उचित कारण नहीं है।’

उल्लेखनीय है कि जसप्रीत बुमराह के गेंदबाजी एक्शन को लेकर कई दिग्गज खिलाड़ियों और पूर्व तेज गेंदबाजों का मानना है कि उन्हें अपने बॉलिंग एक्शन को बदलने की जरूरत हैं। इतना ही नहीं कई लोगों का मानना है कि उनके एक्शन के चलते ही स्ट्रेस फ्रैक्चर का सामना करना पड़ा था। हालांकि इन सब को लेकर बुमराह ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी और यह भी बताया कि वह गेंदबाजी के दौरान छोटा रन अप क्यों रखते हैं।

उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी ऐसे लोगों की बात नहीं सुनी, जिन्होंने बताया कि मेरे बॉलिंग एक्शन को बदलने की जरूरत है, अगर मुझे आत्म विश्वास हो सकता है, तो ताकत को विकसित करते रहना चाहिए। मैं अपने घर के पीछे बने मैदान में खेलता था। मेरा रन-अप इस वजह से ऐसा है क्योंकि हमारे पास इतनी जगह नहीं थी, इसलिए यह (8 स्टेप रन अप) सबसे लंबा रनअप है मेरा, शायद यही कारण है कि मेरा रनअप इतना छोटा है। मैंने लंबे समय तक रन-अप और कुछ भी नहीं बदलने की कोशिश की है, गति अभी भी वैसी ही है, इसलिए इतना ही दौड़ना है।’