नयी दिल्ली:
मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। मणिपुर में रविवार को ताजा हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। वहीं, पिछले महीने जातीय हिंसा में कम से कम 70 लोगों की मौत हुई थी। मणिपुर के विभिन्न इलाकों में लोगों पर गोलीबारी और आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष की अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि इंफाल पश्चिम जिले के फायेंग में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि सुगनू में हुई गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गयी, जबकि एक अन्य घायल हो गया. सुगनू में छह और सेराउ में चार अन्य घायल हो गए।

अधिकारियों ने कहा कि हालिया संघर्ष सेना द्वारा शांति बहाल करने के लिए समुदायों को निरस्त्र करने के लिए तलाशी अभियान शुरू करने के बाद शुरू हुआ। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि राज्य में शांति बहाल करने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए अभियान के बाद से घरों में आगजनी और लोगों पर गोलीबारी में शामिल लगभग 40 सशस्त्र आतंकवादी मारे गए हैं।

राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हालिया दौर की झड़पें समुदायों के बीच नहीं बल्कि कुकी उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच थीं।