टीम इंस्टेंटख़बर
गांधी परिवार पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के बयान को लेकर मंगलवार को लेकर बवाल मचा हुआ है. गाँधी परिवार के समर्थक पार्टी नेता सिब्बल पर आरोप लगा रहे हैं कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी की भाषा बोल रहे हैं.

दरअसल पार्टी के वरिष्ठ नेता सिब्बल ने एक इंटरव्‍यू में कहा है कि गांधी परिवार को कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व से अलग होना चाहिए और किसी अन्य को मौका देना चाहिए.उन्होंने यह भी कहा कि वह ‘घर की कांग्रेस’ नहीं, बल्कि ‘सबकी कांग्रेस’ चाहते हैं.

लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने सिब्बल पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘आरएसएस और भाजपा क्यों चाहते हैं कि नेहरू-गांधी नेतृत्व से अलग हो? क्योंकि गांधी परिवार के नेतृत्व के बिना कांग्रेस, जनता पार्टी बन जाएगी. इस तरह से कांग्रेस को खत्म करना आसान होगा और फिर से आइडिया ऑफ इंडिया (भारत के विचार) को खत्म करना आसान होगा. कपिल सिब्बल यह जानते हैं, लेकिन वह आरएसएस/भाजपा की भाषा क्यों बोल रहे हैं?”

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सिब्बल पर प्रहार करते हुए कहा कि ऐसे नेताओं को पार्टी के मौजूदा नेतृत्व के खिलाफ रोजाना बयानबाजी करने की बजाय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना चाहिए.

खेड़ा ने कहा, ‘‘कपिल सिब्बल, डॉक्टर हर्षवर्धन (भाजपा नेता) ने आपसे नहीं कहा था कि चांदनी चौक से अलग हो जाइए. वह चुनाव लड़े और आपको पराजित किया. जो लोग कांग्रेस का नेतृत्व करना चाहते हैं वह मौजूदा नेतृत्व के खिलाफ रोजाना बोलने की बजाय पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र हैं.”