दिलीप कुमार का निधन हिंदी सिनेमा के लिए एक संस्था का खत्म होना है। फिल्म इंडस्ट्री के कई ऐसे कलाकार रहे हैं जो कि दिलीप कुमार की एक्टिंग से प्रेरणा लेकर स्टार बने हैं। शाहरुख खान, अक्षय कुमार और अजय देवगन जैसे कई सुपरस्टार्स के हीरो रहे हैं दिलीप कुमार। वहीं बॅालीवुड के कई दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार को महान अभिनेता मानते रहे हैं।

इसी फेहरिस्त में एक नाम शामिल है शत्रुघ्न सिन्हा का। एक इंटरव्यू में शत्रुघ्न सिन्हा ने दिलीप कुमार के संबंध में विस्तार से बात की है और ये कहा है कि उन्हें इस बात की हैरानी है कि भारत रत्न नहीं दिए जाने पर मैं हैरान हूं।

शत्रुघ्न सिन्हा ने साफ तौर पर कहा है कि दिलीप कुमार के निधन से काफी गहरा झटका लगा है। उन्होंने कहा कि हिंदी सिनेमा ने एक अनमोल रत्न खो दिया है। मैं दिलीप साहब को किसी दूसरे से तुलना नहीं करना चाहता। शत्रुघ्‍न सिन्हा ने कहा कि हमने राज कपूर, देव आनंद को 1988 और 2011 में खो दिया। अभी तक हमारे ये घाव भी नहीं भरे हैं। अब सिनेमा के आखिरी बादशाह भी चले गए।

वह आगे कहते हैं कि इन तीनों कीपर्सनैलिटी जबरदस्त थी। दिलीप कुमार दुर्लभ से भी दुर्लभ एक्टर थे। उनके निधन से गहरा झटका लगा है। सच ये है कि ये शो चलता रहेगा। लेकिन फिर भी कभी यह पहले जैसा नहीं होगा।

एक सवाल के जवाब में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि दिलीप कुमार को भारत रत्न नहीं दिए जाने से मैं हैरान हूं। मैं दिलीप साहब की किसी दूसरे से तुलना नहीं करना चाहता। लेकिन ऐसे कई दूसरे हैं जिन्हें ये प्रतिष्ठित सम्मान मिला है।

बता दें कि दिलीप कुमार को सरकार ने 1991 में पद्म भूषण से सम्मानित किया। 1994 में उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार दिया गया। 2015 में दिलीप कुमार को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।

फिल्म क्रांति के दिनों को याद करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया कि दिलीप साहब ने लंबा डायलॅाग बोलने पर कहा था कि आपने क्या हमें शत्रुघ्न सिन्हा समझ लिया है जो मैं इतना लंबा डायलॅाग 10 मिनट में याद कर लूंगा। मैं तुरंत उठा और उन्हें गले लगा लिया। उन्होंने कहा कि नहीं आपके बारे में मैंने सुना है कि आप 10 मिनट में 10 पेज के डायलॅाग याद कर लेते हैं।