नई दिल्ली
शंकर मुथुसामी ने शनिवार को स्पेन के सैंटैंडर में सीधे गेम में थाईलैंड के पानीचापोन तेरारत्सकुल को हराकर बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैंपियनशिप के फाइनल जगह बना ली है। वह इस चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले भारत के दूसरे ब्वॉय सिंगल्स खिलाड़ी बन गए हैं।

पूर्व जूनियर विश्व नंबर-1 शंकर ने 40 मिनट तक चले मुकाबले में अपने थाई प्रतिद्वंद्वी को 21-13, 21-15 से हराया। चीन हू झे एन के खिलाफ काफी लम्बे समय तक चले क्वार्टर फाइनल मुकाबले को जीतने वाले शंकर ने सेमीफाइनल के दौरान किसी भी प्रकार से थकान का कोई संकेत नहीं दिया। शंकर ने अपने दिग्गज थाई प्रतिद्वंद्वी को हराने के लिए अपनी रैलियों को शानदार ढंग से नियंत्रित किया।

अब उनका लक्ष्य विश्व जूनियर चैंपियन बनने वाला केवल दूसरा भारतीय बनने का होगा। सायना नेहवाल ने 2008 में यह कारनामा किया था। इसके लिए लेकिन शंकर को चीनी ताइपे के कुओ कुआन लिन और दक्षिण कोरिया के ब्यूंग जे किम के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता को हराना होगा।

सिरिल वर्मा 2015 में इस खिताब के करीब पहुंचे थे लेकिन फाइनल में वह चीनी ताइपे के चिया हंग लू के खिलाफ हार गए थे। अपर्णा पोपट (1996) और सायना नेहवाल (2006, 2008) इससे पहले विश्व जूनियर चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली अन्य भारतीय हैं।