खंडवा: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इमरती देवी पर दिए गए अपने बयान से उठ रहे सवाल के जवाब में कहा है कि वे उनका नाम भूल गए थे, वे किसी का अपमान नहीं करते। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़ी नाराज़गी जताते हुए कांग्रेस पर करारा हमला बोला है। बीजेपी नेताओं ने विरोध स्वरूप दो घंटे का मौन रखा। शिवराज ने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधीको भी एक पत्र लिखा है।

कमलनाथ की सफाई
इस मामले में कमलनाथ ने खंडवा में सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वह नाम भूल गए थे। कमलनाथ ने कहा कि ”मैंने कुछ कह दिया था, यह अपमान नहीं था, सोच से नहीं कहा था, मुझे नाम याद नहीं था, जिसका नाम याद नहीं उसे कुछ कह दूं मैं… आज जैसे हमारे मंच पर आइटम नंबर 1 थे राजनारायण सिंह। शिवराज सिंह तो बहाना ढूंढ रहे हैं. कमलनाथ किसी का अपमान नहीं करता”।

चोरी और सीनाजोरी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि 73 वर्षीय कांग्रेस नेता अपने विवादित बयान के लिए माफी मांगने की बजाय बेशर्मी से सफाई दे रहे हैं। चौहान ने इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर पाल कांकरिया गांव में एक चुनावी सभा में कहा, “यह निर्लज्जता की हद है। मुझे तो लगा था कि इमरती देवी को लेकर अपनी अभद्र टिप्पणी पर अफसोस जाहिर करते हुए कमलनाथ माफी मांगेंगे। लेकिन चोरी और सीनाजोरी…. कमलनाथ कह रहे हैं कि उन्होंने कोई गलत बात नहीं की है।”

राजनीति में रहने का कोई हक नहीं
उन्होंने कहा, “कमलनाथ बोल रहे हैं कि वह इमरती देवी का नाम भूल गए थे। अगर वह अपने पूर्व मंत्रिमंडल की सदस्य (इमरती देवी) का नाम भूल सकते हैं, तो उन्हें राजनीति में रहने का कोई हक नहीं है।” चौहान ने जोर देकर कहा, “कमलनाथ याद रखें कि यह वह देश है जहां रावण ने मैया सीता का अपमान किया था, तो विभीषण को छोड़कर रावण का पूरा वंश समाप्त हो गया था।”