तौक़ीर सिद्दीक़ी

एक प्रदेश का मुख्यमंत्री विरोध में जब इतना अँधा हो जाता है कि वह जनता द्वारा चुने गए एक सांसद और एक राष्ट्रीय पार्टी के बड़े नेता से उसके बाप को लेकर सवाल करता है तो उसे क्या कहा जा सकता है, राजनैतिक नैतिकता का पतन, सत्ता की लोलुपता या चुनावी उन्माद। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा की ज़बान से राहुल गाँधी के लिए ऐसे शब्द निकले जिनसे राजनीति तो छोड़िये भारतीय संस्कृति भी शर्मा गयी. देहरादून में एक चुनावी भाषण के दौरान बिस्वा सरमा ने सारी मर्यादाएं तोड़ दीं और एक राष्ट्रीय नेता पर इतना निजी हमला किया जिसकी इजाज़त दुनिया का कोई मज़हब नहीं देता।

असम के मुख्यमंत्री एक चुनावी सभा में खुले आम जब कहते कि आप कौन से पिता के बेटे हो हमने कभी सबूत माँगा है क्या? जोश में वह इस बात को फिर दोहराते हैं कि मैंने कभी आपसे प्रूफ माँगा है क्या कि आप सचमुच राजीव गाँधी के बेटे हो क्या? और बिस्वा सरमा जब इस तरह की घटिया बात कर रहे होते हैं तो वहां पर मौजूद भाजपा कार्यकर्त्ता और नेता बड़े उत्साह से ताली बजाते हैं. सच में सिर शर्म से झुक जाता है. आज हम कहाँ आ चुके हैं, चुनावी गन्दगी के दलदल में कितना धंस चुके हैं कि अपरोक्ष रूप से किसी विरोधी को माँ की गाली दे रहे हैं

शायद यही वजह है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी के विरोधी होने के बावजूद एक भारतीय होने के नाते अपने पर काबू नहीं पा सके और हेमंत बिस्वा सरमा को लेकर मोदी और नड्डा को जमकर लताड़ लगाईं। के चंद्रशेकर राव ने बिफरते हुए कहा कि आपका मुख्यमंत्री एक मेंबर ऑफ़ पार्लियामेंट से उसके बाप के बारे में सवाल कर रहा है. क्या यह हमारा हिन्दू धर्म है क्या यह हमारे देश की मर्यादा है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री कहते हैं एक भारतीय होने के नाते मेरा सिर शर्म से झुक रहा है, मेरी आँखों से पानी आ रहा है. वह कहते हैं कि देश के लिए यह अच्छी बात नहीं है, किसको लड़ाना चाहते हैं आप. मिस्टर राव कहते हैं कि हमारे वेदों से, रामायण से, महाभारत से, भगवद गीता से क्या यही सिखाया गया है. वह भाजपा को हिन्दू धर्म के नाम पर वोट कमाने वाले गंदे लोगों की पार्टी बताते हैं. वह भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से कहते हैं कि आप ईमानदार हैं, हिन्दू धर्म को निभाने वाले हैं तो ऐसे मुख्यमंत्री को तुरंत बर्खास्त करिये।

दरअसल उत्तराखंड से जिस तरह की खबरे आ रही हैं उससे भाजपा में बौखलाहट बढ़ती जा रही और हेमंत बिस्वा सरमा का यह बयान उसी बौखलाहट का जीता जागता नमूना है. अभी एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान एक व्यक्तिगत बातचीत में इस बात को साफ़ तौर पर मान रहे हैं कि उत्तराखण्ड में पार्टी के लिए हालात ठीक नहीं हैं. बिस्वा शर्मा के बयान की पुष्टि शिवराज चौहान के इस वायरल वीडियो से आसानी से हो रही है. विकास का हमेशा ढोल पीटने वाली भाजपा के पास चुनाव आते ही सारे मुद्दे ख़त्म हो जाते हैं और उसका सिंगल ट्रैक हिन्दू-मुस्लिम पर बजने लगता है. आज ही योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड में धामी सरकार की उपलब्धियों की जगह इस बात का ज़िक्र कर रहे थे कांग्रेस हिन्दुओं का अपमान करने वाली पार्टी है.

उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान है, बिस्वा सरमा का यह बयान जिसमें वह सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा की घटना को लेकर राहुल गाँधी पर इतना व्यक्तिगत हमला कर रहे हैं भाजपा को फायदा पहुँचाने की जगह नुकसान ही पहुंचाएगा। भारतीय संस्कृति में इस तरह की बातों को न तो कभी पसंद किया गया है और न आगे कभी करेगी। आज तुम राहुल गाँधी से उनके बाप का सबूत मांग रहे हो, कल कोई तुम्हारे साथ भी ऐसा कर सकता है. सरमा जी शर्म करो, चुनावी उन्माद में इतना भी अंधे न हो जाओ कि सारी मर्यादाओं को ख़त्म कर दो.