शेयर बाजार रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है. बाजार की यह रैली आगे भी जारी रहने वाली है. मॉर्गन स्टैनले ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सेंसेक्स दिसंबर 2021 तक 50 हजार तक पहुंच सकता है. रिपार्ट के अनुसार 2021 में लॉर्जकैप की तुलना में मिडकैप और स्मालकैप में ज्यादा तेजी देखने को मिलेगी. ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म ने पहले जून 2021 तक 37300 का लक्ष्य दिया था. अब उसे मौजूदा स्तरों से 15 फीसदी की तेज़ी का अनुमान है. मॉर्गन स्टैनले का मानना है कि बाजार में और तेजी आएगी.

मॉर्गन स्टैनले के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट रिदम देसाई और शीला राठी के अनुसार ब्रॉडर मार्केट, जिसमें मिडकैप और स्मालकैप भी शामिल हैं, का प्रदर्शन आने वाले साल में लॉर्जकैप से बेहतर रह सकता है. ग्रोथ साइकिल के रिटर्न के साथ ही कंपनियों के मुनाफे में बढ़ोत्तरी होगी और बाजार का मार्केट कैप बढ़ेगा. उन्होंने लिखा है कि कोविद-19 संक्रमण का पीक बीत चुका है. अब हाई फ्रीक्वेंसी ग्रोथ इंडीकेटर्स मजबूत नजर आ रहे हैं. सरकार की पॉलिसी बेहतर रही है, भारतीय कंपनियों में बिजनेस एक्टिविटी बढ़ रही है. इस तरह से आगे बेहतर ग्रोथ की संभावना मजबूत हुई है.

बुल केस में जहां वायरस की स्थिति में सुधार होता है, ग्रोथ में सस्टेन रिकवरी रहती है और ग्लोबल स्टीमुलस एसेट प्राइस को सपोर्ट करते हैं तो सेंसेक्स 2021 के अंत तक 50 हजार का स्तर देख सकता है. इसी तरह बियरिश केस में अगर वायरस 2021 में भी तेज गति से फैलता है, सरकारी पॉलिसी सही से लागू नहीं हो पाती हैं और ग्रोथ लड़खड़ा जाता है, तो सेंसेक्स 37 हजार का स्तर देख सकता है.

रिपोर्ट के अनुसार भारतीय शेयर बाजार उभरते हुए अन्य बाजारों की तुलना में आकर्षक दिख रहा है. अर्निंग साइकिल में सुधार हुआ है, जिससे आकर्षण बढ़ा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह से बेहतर अर्निंग साइकियल और पॉलिसी मोमेंटम से बाजार में निवेशक आकर्षित होंगे. मॉर्गन स्टैनले ने मजबूत घरेलू कंपनियों के शेयरों के साथ रेट सेंसिटिव शेयर खरीदने की सलाह दी है. रिपोर्ट के अनुसार आने वाले दिनों में मिडकैप और स्मालकैप पर फोकस में रहने की संभावना है. जीडीपी और मनी सप्लाई के सापेक्ष इनका वैल्युएशन आकर्षक दिख रहा है. इनका प्रदर्शन आगे लार्जकैप शेयरों के मुकाबले बेहतर रह सकता है.