• विश्व एड्स दिवस पर हमीरपुर में चला हस्ताक्षर अभियान, जागरूकता शिविर आयोजित

हमीरपुर
जिला अस्पताल में बुधवार को विश्व एड्स दिवस पर जन-जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर लोगों को एड्स से बचाव के प्रति जागरूक किया गया। हस्ताक्षर अभियान चलाया गया, जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके रावत ने कहा कि एड्स लाइलाज बीमारी है। जानकारी से ही इससे बचा जा सकता है। उन्होंने सुरक्षित यौन संबंधों की वकालत करते हुए कहा कि आज एड्स के सर्वाधिक मरीज मजदूर, ड्राइवर और अशिक्षित वर्ग में मिल रहे हैं। एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ.महेशचंद्रा ने भी अपने विचार रखे और लोगों को एड्स के प्रति आगाह किया।

इस मौके पर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। अस्पताल आने वाले लोगों से बैनर में हस्ताक्षर कराए गए और उनसे इस बीमारी के प्रति स्वयं और दूसरों को जागरूक करने की अपील की गई। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.विनय प्रकाश, डॉ.आरएस प्रजापति, डॉ.प्रशांत, डॉ.धीरज, टीबी अस्पताल के राजेंद्र कुमार, वरुण पाण्डेय, एलटी हरेंद्र यादव, सुमित्रा सामाजिक कल्याण संस्थान की टीम, आह्ना प्रोजेक्ट के फील्ड वर्कर्स सहित जिला अस्पताल का स्टाफ मौजूद रहा।

जिले में एचआईवी ग्रसित मरीजों की संख्या 101
जिला अस्पताल में वर्ष 2003 से आईसीटीसी सेंटर संचालित किया जा रहा है। इस सेंटर के परामर्शदाता डॉ.प्रशांत कुमार ने बताया कि अब तक इस जिले में 70444 लोगों की एचआईवी/एड्स की जांच की गई, जिसमें कुल 231 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। मौजूदा समय में 101 मरीजों को कानपुर एआरटी सेंटर के माध्यम से दवाएं दी जा रही हैं। जिस भी मरीज में एचआईवी की पुष्टि होती है, उसकी टीबी की भी जांच कराई जाती है। जनवरी से लेकर अब तक 18 एचआईवी ग्रसित नए मरीज मिले हैं।