पटना: राज्यसभा के पूर्व सांसद और राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने शुक्रवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि सचिन तेंदुलकर “भारत रत्न पाने के लायक नहीं थे।” RJD के वरिष्ठ नेता ने अंतरराष्ट्रीय पॉप स्टार रिहाना और जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के किसानों आंदोलन का समर्थन करने के बाद तेंदुलकर के हालिया ट्वीट का जिक्र करते हुए ये बयान दिया है।

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पत्रकारों से बात करते हुए, तिवारी ने कहा, “किसान गांवों में रहते हैं और ट्विटर के बारे में नहीं जानते हैं और यहां क्या लिखा जा रहा है। एक बार दो विदेशियों ने किसानों का समर्थन क्या कर दिया, तेंदुलकर बहस में कूद पड़े। तेंदुलकर कई प्रोडक्ट के ब्रांड एंबेसडर हैं और वे भारत रत्न पाने के लायक नहीं थे। ध्यानचंद जैसे कई योग्य लोग हैं, जिन्हें यह मिलना चाहिए था।”

तिवारी के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड की तरफ से भी तीखी प्रतिक्रिया आई है। बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, “मुझे आश्चर्य है कि अगर सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न नहीं मिलना चाहिए था, तो और कौन इसके हकदार थे? शिवानंद तिवारी बूढ़े हो गए हैं और नहीं जानते कि वह क्या बोल रहे हैं। उन्हें एक अच्छे मनोचिकित्सक की जरूरत है।”

वहीं JDU के प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा, “अगर सचिन अपने असाधारण पराक्रम के लिए भारत रत्न के लायक नहीं थे, तो क्या उन्हें मैदान में खिलाड़ियों को पानी की बोतलें देने के लिए भारत रत्न दिया जाना चाहिए? सचिन ने जो कहा वह बहुत सही है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है कि भारतीय अपनी समस्याओं को खुद हल करने में सक्षम हैं।”