टीम इंस्टेंटखबर
यूक्रेन पर रूस के हमले का आज दसवां दिन है। इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी भरे लहजे में बयान जारी किया है कि जो कोई भी देश रूसी सैनिकों के जीवन के लिए खतरा पैदा करेगा उसे हम इस जंग में अपना दुश्मन समझेंगे।

साथ ही पुतिन ने यह भी कहा कि- जो देश यूक्रेन पर नो-फ्लाई ज़ोन लागू करने की मांग करता है, उसे मास्को द्वारा इस सशस्त्र संघर्ष में शामिल माना जाएगा।

पुतिन ने दोहराया कि यूक्रेन में उनका उद्देश्य “विसैन्यीकरण और डी-नाज़िफिकेशन” के माध्यम से रूसी भाषी समुदायों की रक्षा करना है। यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने इसे 24 फरवरी को शुरू किए गए आक्रमण के लिए एक निराधार बहाने के रूप में खारिज कर दिया है और मास्को को अलग-थलग करने के उद्देश्य से व्यापक प्रतिबंध लगाए हैं।

इस दौरान पुतिन ने उन कयासों को भी खारिज किया जिनके मुताबिक रूस में किसी प्रकार के मार्शल लॉ या आपातकालीन स्थिति की घोषणा के दावे किए जा रहे हैं। पुतिन ने कहा कि इस तरह के उपाय तभी लागू किए गए जब महत्वपूर्ण आंतरिक या बाहरी खतरा हो। पुतिन ने कहा, “रूसी क्षेत्र में हमारी कोई विशेष व्यवस्था शुरू करने की कोई योजना नहीं है- फिलहाल इसकी कोई जरूरत नहीं है।”