मॉस्को: रूस के विदेशमंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा है कि मास्को को अमरीकी प्रतिबंधों का कोई डर नहीं है और रूस ईरान के साथ सहयोग जारी रखेगा।

रूस के उप विदेश मंत्री सरगई रियाबकोव ने सोमवार को अमरीका की उस धमकी का जवाब दिया जिसमें उसने कहा था कि जो देश ईरान के साथ व्यापार करेगा उसे प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा।

रूसी समाचार एजेन्सी तास ने बताया है कि रियाबकोव ने मास्को में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रूस को प्रतिबंधों की आदत है और ईरान को हथियार बेचने की वजह से अमरीकी प्रतिबंधों से उसे बिल्कुल ही डर नहीं है।

उन्होंने कहा कि हमें प्रतिबंधों से डर नहीं लगता, हमें इसकी आदत है, प्रतिबंध कभी हमारी नीतियों को प्रभावित नहीं कर सकते, ईरान के साथ हमारा सहयोग बहुआयामी है और दोनों देशों की ज़रूरत के आधार पर हथियारों के क्षेत्र में भी हमारा सहयोग आगे बढ़ेगा।

याद रहे रविवार को आधी रात बाद अमरीकी विदेशमंत्री माइक पोम्पियो ने एक बयान जारी करके दावा किया कि ट्रिगर मैकेनिज़्म के आधार पर ईरान के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संघ के वह सारे प्रतिबंध बहाल हो गये हैं जो परमाणु समझौते की वजह से स्थगित कर दिये गये थे।

अमरीका ने इसी प्रकार धमकी दी कि अगर संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य, इन प्रतिबंधों को लागू करने की अपनी ज़िम्मेदारी का पालन नहीं करेंगे तो अमरीका अपने देश के अधिकार का प्रयोग करते हुए उनके खिलाफ कदम उठाएगा ।

इन हालात में न्यूयार्क टाइम्ज़ ने अपने संपादकीय में लिखा है कि कभी वाशिंग्टन युरोपीय देशों बल्कि रूस और चीन के साथ मिल कर ईरान को अलग थलग करता था लेकिन अब अमरीका स्वंय ही अलग थलग हो गया है।