टीम इंस्टेंटखबर
रूस ने गुरुवार को पश्चिम और अन्य देशों द्वारा कई प्रतिबंधों के बावजूद यूक्रेन पर आक्रमण किया। वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा, ‘मैंने 27 यूरोपीय नेताओं से पूछा कि क्या यूक्रेन को नाटो में होना चाहिए। वे सब डरे हुए हैं, लेकिन हम डरते नहीं हैं। हम रूस से बात करने से नहीं डरते। हम अपने राज्य के लिए सुरक्षा गारंटी के बारे में बात करने से नहीं डरते।’

वहीँ रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि अगर यूक्रेन की सेना हथियार डालती है तो मास्को बातचीत के लिए तैयार है। यह बयान तब आया है जब रूस पूर्वोत्तर और पूर्व दोनों दिशा से कीव की ओर कूच करता जा रहा है।

यूक्रेन की परमाणु एजेंसी का कहना है कि चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र में विकिरण में वृद्धि मिट्टी की गड़बड़ी के कारण हुई थी। कहा गया कि परमाणु सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं हुआ है। रूसी एयरलाइन एअरोफ्लोत पर ब्रिटेन के प्रतिबंध के बाद, रूस ने सभी ब्रिटिश विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है।

रूस का दावा है कि जंग में यूक्रेन के 18 टैंक नष्ट किए गए, यूक्रेन का दावा- 2 रूसी पैराट्रूपर्स हिरासत में। वहीँ ब्रिटेन का मानना है कि यूक्रेन से लड़ाई में रूस के 450 से अधिक जवान मार गए हैं।