बुमराह ने लगाया पंजा, जो रुट ने खेली कप्तानी पारी, जड़ा शतक

अदनान
नाटिंघम में खेले जा रहे इंग्लैंड और भारत के बीच खेली जा रही पांच मैचों की श्रंखला के पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन भारत का पलड़ा भरी होने के बावजूद इंग्लैंड भी मैच में मौजूद है। भारत को अभी जीत के लिए 157 रनों की ज़रुरत है और 9 विकेट शेष हैं, क्रीज़ पर रोहित शर्मा और पुजारा मौजूद हैं।

इंग्लैंड की मैच में मौजूदगी की वजह कप्तान जो रुट हैं जिनकी शतकीय पारी की बदौलत इंग्लैंड एक सम्मान जनक स्कोर खड़ा करने में में कामयाब हो सका. पहली पारी में 95 रनों की लीड खाने वाली इंग्लैंड की टीम दूसरी इनिंग में 303 रन बनाने में कामयाब हुई. भारत ने चौथे दिन स्टंप्स तक के एल राहुल का विकेट गंवाकर 52 रन बना लिए थे.

कल का पहला सत्र काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। भारत को अब 157 रन की जरूरत है और उसके 9 विकेट बाकी है। अगर भारतीय टीम पहला सत्र संभाल ले तो वह आसानी से इस लक्ष्य को हासिल कर सकता है। वहीं इंग्लैंड की टीम अपने दो अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ों एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड से घातक गेंदबाज़ी की उम्मीद करेगी, ताकि मैच में वापसी की जा सके। पांचवे और अंतिम दिन का खेल काफी रोमांचक होने वाला है.

इंग्लैंड को यह बढ़त दिलाने में कप्तान जो. रूट के बनाए 109 रनों का बहुत ही ज्यादा योगदान रहा. इंग्लैंड के बल्लेबाजों को दूसरे छोर पानी पिलाने में फॉर्म में लौटे जसप्रीत बुमराह का बड़ा योगदान रहा, जिन्होंने पांच विकेट लिए. सिराज और शार्दूल को दो-दो, जबकि शमी को एक विकेट मिला.

दूसरा सेशन का खेल बहुत ही अहम रहा. और इस सेशन को रूट बनाम भारतीय सीमर कह दिया जाए, तो एक बार को गलत नहीं ही होगा. इंग्लिश कप्तान तो इस लड़ाई में बाजी मारने में सफल रहे, लेकिन डोस सिबली (28), जॉनी बैर्यस्टो (30) और लॉरेंस (25) बुमराह और शार्दूल ठाकुर से पार नहीं पा सके. इंग्लैंड के पहलू से निराशाजनक बात यह रही कि ये तीनों ही बल्लेबाज पिच पर निगाहें जमने के बाद आउट हुए और इसके लिए ठाकुर और बुमराह की तारीफ बनती है. बहरहाल, लंच से चायकाल तक रूट ने एक छोर पर जिम्मेदारी और बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड को मजबूत करने के लिए वह सब किया, जो वह कर सकते थे. चायकाल के समय इंग्लैंड का स्कोर 5 विकेट पर 235 रन था. तब रूट 96 और बटलर 15 रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए थे.