लखनऊः राष्ट्रीय कैडेट कोर संगठन अपनी पूर्ण क्षमता के साथ देश सेवा के महत्वपूर्ण कार्य में लगा हुआ है। एन0सी0सी0 कैडेट एकता, अनुशासन, कड़ी मेहनत, समर्पण, टीमवर्क के प्रति उनकी कटिबद्धता के पोषित गुणों को आत्मसात करते हैं। साथ ही निःस्वार्थ सेवा और नेतृत्व की भावना रखते हैं। इतना ही नहीं देश में प्राकृतिक आपदाओं के समय में भी इन कैडेटों द्वारा सराहनीय भूमिका निभाई जाती है। ये विचार आज राजभवन में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस शिविर 2021 में अपनी सहभागिता कर उत्कृष्ट प्रदर्शन से उत्तर प्रदेश का नाम ऊँचा करने वाले NCC कैडेट्स के राज्यपाल स्वर्ण एवं रजत पदक वितरण समारोह एवं अभिनन्दन के अवसर पर अपने उद्बोधन में कहीं। उन्होंने कहा कि आपने राजपथ दल और एन0सी0सी0 गार्ड आॅफ आनर में हिस्सा लेकर प्रदेश का नाम रोशन किया है।

राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि एन0सी0सी0 प्रशिक्षण के साथ-साथ कैडेट्स सरकार के समाज कल्याण के क्रिया-कलापों में भी सहायता कर रहे हैं। कोविड-19 महामारी एवं लाॅकडाउन के दौरान पूरे प्रदेश में लगभग पाॅंच हजार दो सौ अस्सी एन0सी0सी0 कैडट्स ने स्वयं सेवक के रूप में बढ़-चढ़कर म्ग छब्ब् योगदान कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश में एन0सी0सी0 के विस्तार पर प्रसन्नता व्यक्त की। राज्यपाल ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में ग्यारह हजार नौ सौ बाइस कैडेट्स का नामांकन और थ्ैथ्ै ैबीमउम के अन्तर्गत ग्यारह हजार सात सौ पांच कैडेट्स का नामांकन एक बहुत ही सराहनीय कदम है। इसके साथ ही लाॅकडाउन होते हुए भी ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कैम्प का आयोजन और आॅनलाइन ट्रेनिंग के द्वारा एन0सी0सी0 पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाना भी सराहनीय कार्य है।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एन0सी0सी0 जैसे संगठनों में महिला कैडेटों की बढ़ रही संख्या पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज सशस्त्र बलों में महिला कैडेटों के लिए नये अवसर उभर रहे हैं, जो हमारी बेटियों को आगे बढ़ाने में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि मैं अपनी युवा पीढ़ी से अपील करती हूँ कि लोगों की आवयकताओं को ध्यान में रखते हुए समाज के कमजोर एवं वंचित वर्गो के उत्थान हेतु आप कार्य करें। आज राष्ट्र के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं। उनका सामना करने के लिए हमारी युवा शक्ति को अनुशासित होकर एक अत्यन्त महत्वपूर्ण योगदान देना पड़ेगा। इसके साथ ही देश की क्षमताओं को विकसित करने का भार आप नवयुवकों पर ही है, जिन्हें सामथ्र्य और आत्मविश्वास से पूरा करना होगा।