लखनऊ:
प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज एच0बी0टी0 विश्वविद्यालय कानपुर परिसर में स्थित शताब्दी भवन में जिलाधिकारी कानपुर देहात नेहा जैन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में 100 आंगनबाड़ी केन्द्रों को आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्रों के रूप में विकसित किये जाने हेतु आवश्यक सामग्री तथा खिलौनों सहित 16 वस्तुओं से सुसज्जित किटों का वितरण किया।

इसी क्रम में उन्होंने चिन्हित क्षय रोगियों को पोषण किट का वितरण, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अन्तर्गत पांच लाभार्थियों को कार्ड व पास बुक वितरण, सी0एस0आर0 के अन्तर्गत फ्रन्टियर एलॉय स्टील लिमिटेड, फिक्की फ्लो एवं अमर उजाला फाउण्डेशन को उनके द्वारा दिये गये अभूतपूर्व सहयोग हेतु प्रशस्ति पत्र वितरण, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अन्तर्गत पांच लाभार्थियों को 2 करोड़ 18 लाख का चेक वितरण भी किया। कार्यक्रम में राज्यपाल जी ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत समूह की साक्षर महिलाओं के माध्यम से समूह की निरक्षर महिलाओं को साक्षर किये जाने हेतु ‘‘अक्षरारंभ कार्यक्रम‘‘ का शुभारंभ बटन दबाकर किया। उन्होंने इस अवसर पर प्रदर्शित एक मिनट की लघु मूवी का अवलोकन भी किया।

इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चें देश का भविष्य हैं , देश और समाज की प्रगति तभी संभव है जब बच्चे और बच्चियां समान रूप से आगे बढ़े। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की विशेष रूप से प्रशंसा करते हुए कहा कि इनकी भूमिका यशोदा मां के समान है, ये दूसरे के बच्चों को पालती हैं, उनके स्वास्थ्य का संपूर्ण ध्यान रखती हैं, निसंतान, असहाय बच्चों को सहारा देने का कार्य करती हैं और उनके चेहरे पर खुशी लाती हैं, उन्होंने कहा मेरी इच्छा है कि आंगनवाड़ी के बच्चों को अन्य बच्चों की तरह ही सुविधा मिलनी चाहिए, जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो। उन्होंने इसके लिए जनपद कानपुर देहात के उद्योगपतियों को विशेष रुप से आह्वान किया कि वे सी0एस0आर0 में ज्यादा से ज्यादा योगदान दें, जिसका उपयोग बच्चों और समाज के हित में किया जा सके।

समारोह में राज्यपाल ने 100 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट मिलने पर बधाई दी तथा इसके लिए जिला प्रशासन की विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने उस टीम की भी प्रशंसा की जो सुदूर स्थित बच्चों को कंप्यूटर में दक्ष बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज के उन तबकों तक अपने ज्ञान और तकनीक को पहुंचाना है जहां तक इसकी पहुंच सुनिश्चित नहीं हो पाती है। क्षय रोग से मुक्ति पर चर्चा करते हुए राजयपाल जी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जी का लक्ष्य है की वर्ष 2025 तक सभी टीवी रोग से मुक्त हो, इस कार्यक्रम में समाज के सभी जिम्मेदार लोगों को जोड़ना चाहिए।

स्वस्थ जीवन की चर्चा करते हुए राज्यपाल ने मोटे अनाज के उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने खासकर छात्र-छात्राओं को सप्ताह में दो बार मोटे अनाज का प्रयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि हमारे यहां जन्म से पहले और जन्म के बाद कुपोषण के कारण अनेक बच्चे मर जाते हैं, इन परिस्थितियों का सामना तभी किया जा सकता है, जब हम मोटे अनाज का प्रयोग करें। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आसान ऋण उपलब्ध कराने की बात कही, जिससे महिलाएं आसानी से अपना स्वरोजगार चला सके।

राज्यपाल ने जनपद कानपुर देहात में प्रशासन द्वारा नदियों के जीर्णोद्धार हेतु कार्य के इस प्रयास की विशेष रूप से सराहना की, , विशेष रूप से नून नदी उद्धार की चर्चा उन्होंने की। उन्होंने कहा कि बच्चों को नदियों के उद्गम और उनके महत्व के बारे में बताना चाहिए, नदी, तालाब, बांध जो लुप्तप्राय हो गए हैं, उनको पुनः जीवित करें, जिससे जल स्तर को बनाए रखा जा सके। उन्होंने दैनिक जीवन में जल संरक्षण की आदत विकसित करने पर जोर दिया। अपने सम्बोधन में में राज्यपाल जी ने सामाजिक सद्भाव की चर्चा करते हुए कहा हमें एक दूसरे के कार्यों से प्रेरित होकर कार्य करना चाहिए, जिससे कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे, गरीब की भूख मिटाना हमारा संस्कार और संस्कृति है।

इस मौके पर मा0 राज्यपाल द्वारा फ्रन्टियर एलॉय स्टील्स लिमिटेड द्वारा गांव गांव तक कम्प्यूटर शिक्षा को सुलभ बनाने के उद्देश्य से ‘‘एकल कम्प्यूटर लैब वाहन‘‘, फिक्की फ्लो तथा अमर उजाला फाउण्डेशन के सम्मलित प्रयास से संचालित स्वास्थ्य, वित्तीय तथा डिजिटल साक्षरता हेतु ‘‘सचल जागरूकता वाहन‘‘ तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत ‘‘ब्लड कलेक्शन एवं ट्रान्सपोर्टेशन वैन‘‘ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया, जिसके उपरान्त उन्होंने बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, एन0आर0एल0एम के अन्तर्गत पंजीकृत स्वयं सहायता समूहों एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा स्टॉल के माध्यम से प्रदर्शित किये गये कार्यो का भी अवलोकन किया।