दिल्ली:
ऑल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवम वर्ल्ड सूफी फोरम के चेयरमैन हज़रत सैय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने हरियाणा में आतंक के समर्थक दंगाइयों द्वारा मस्जिद और मुसलमानों पर हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है, उन्होंने सभी अमन पसंद लोगों से ऐसे दंगाइयों के खिलाफ एक जुट होने की अपील की है और हरियाणा सरकार तथा केंद्र सरकार से मांग की है जल्द से जल्द हालात पर काबू पाया जाए और मुसलमानों की जान माल की हिफाज़त की जाए।

हज़रत ने कहा जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हैं दंगाई तत्व जोकि वैचारिक आतंकवादी हैं ने अपना काम शुरू कर दिया है और देश के प्रेम व भाईचारे को चकनाचूर करने के अपने घिनौने मंसूबे पे काम करना शुरू कर दिया है, देश को एक ऐसी आग में झोंकने का प्रयास किया जा रहा है जिससे कोई नहीं बचने वाला है क्योंकि ज़ुल्म हद से बढ़ेगा तो कोई भी भारी तबाही को नहीं रोक सकेगा।

मात्र छोटे से फायदे के लिए देश की शांति समृद्धि को आग में झोंकने का प्रयास करने वाले कभी भी देशभक्त नहीं हो सकते, जिस तरह मणिपुर में एक खास समुदाय के खिलाफ हिंसा हुई और राज्य सरकार की पूरी मशीनरी मूक दर्शक ही नहीं कहीं कहीं इन आतंकवादियों की समर्थक बनी नज़र आई, वैसे ही दृश्य कुछ हरियाणा में भी देखे जा रहे हैं, राज्य सरकार तमाशा देख रही है और थोड़े ही फासले पर दिल्ली अभी तक खामोश है ।

देश में नफरत को इस तरह बोया जा रहा है कि आर्म्ड फोर्सेज के जवान अपनी सर्विस गन से लोगों को मार रहे हैं, पालघर में चलती ट्रेन में एक आतंकवादी द्वारा किया गया हत्याकांड इसकी नज़ीर है, अगर ऐसे लोग किसी दंगे वाली जगह पर होंगे तो क्या करेंगे यह एक चिंता का विषय है, इससे लोगों का पूरी व्यवस्था से विश्वास डिग जायेगा और उसका अंजाम सब जानते हैं।

हम सबको नफ़रत के बीज बोने वाले लोगों ने बारूद के ढेर पर बिठा दिया है जोकि बहुत खतरनाक है, केंद्र सरकार को फौरन इसपर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए, राज्य सरकार को बर्खास्त कर हरियाणा में हालात सामान्य करने चाहिए, देश की राजधानी से सटे इलाकों में हो रही हिंसा से देश की छवि पर बुरा असर पड़ता है और विदेशों में बदनामी होती है।

उन्होंने कहा कि ट्रेन में लोगों को गोली मारने वाले आतंकवादी की सघन जांच की जानी चाहिए कि यह किस आतंकवादी संगठन से जुड़ा है और किस तरह इसने भारत की सशस्त्र बलों में घुसपैठ की, कहीं यह बड़ी विदेशी साजिश तो नहीं हमारे देश को अस्थिर करने की, यह बड़ा सवाल है जिसका जवाब मिलना जरूरी है।

हज़रत ने दो टूक कहा कि हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता देश आतंकियों को देख रहा है और मोहब्बत वाले सभी लोग एक जगह आकर इसे थाम देंगे हम ऐसी उम्मीद करते हैं सरकार अपना दायित्व निभाये।