टीम इंस्टेंटखबर
मुज़फ्फरनगर ने आप प्रमुख अखिलेश यादव और रालोद चीफ जयंत चौधरी की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसान आंदोलन में जयंत और अखिलेश एक साथ कभी नही देखें गए। किसान लाठिया खा रहा था तब देखे नहीं गए।लेकिन आज सत्ता की लालच में मंच पर दोनो साथ दिख रहे है।

चुनाव के बेला में एकजुट होने का कारण चुनावी लाभ लेने के लिए सिर्फ मौका परस्ती है ।जयंत और अखिलेश किसानों के दर्द को क्या समझ पाएंगे।यह वही सरकारी रही हैं जिन्होंने मुजफ्फरनगर में हुए दंगे के कुप्रभाव को रोकने में नाकामयाब रहे है मुजफ्फरनगर के दंगे को एक बार याद दिलाते हुए कहा की सपा ,भाजपा ,रालोद के तो पहले से ही खून में हाथ सुने हुए हैं। चुनाव में किसान को वोट लाभ लेने के लिए काम कर रहे है।किसानों की आय दुगनी करने का वादा भाजपा और अखिलेश दोनो का जुमला साबित हुआ।अखिलेश जी ने कहा की पूर्व की सरकार में विभागो के 75 हजार करोड़ का बकाया विभाग अभी तक झेल रहा है,और 300 यूनिट बिजली फ्री में कहा से देंगे सरकार के खजाने से लूटने की तैयारी अभी से तयारी कर ली है।उनके बाटे लैपटॉप आज लेकर युवा आज भी भटक रहा है।रोजगार के लिए लाठी खानी पड़ रही है।

जो हाल सपा में था भाजपा में आज भी वही है।दोनो में युवा का हाल बुरा रहा है। बुनियादी मुद्दे का दिखावा दोनो कर रहे है।गंगा जमुना के तहजीब में भटक गए है. भाजपा और भाजपा की बी टीम सपा का पलायन जनता तय करेंगी इस 2022 विधान सभा के चुनाव में