टीम इंस्टेंटखबर
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले आज सपा-रालोद गठबंधन की मुजफ्फरपुर में पहले प्रेस वार्ता हुई जिसमें दोनों पार्टियों के नेताओं ने यूपी की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। बता दें कि बुधवार को ही भाजपा की ओर से जयंत चौधरी को साथ आने का न्योता दिया गया था.

प्रेस कांफ्रेंस में दोनों नेताओं ने कहा कि हमारी सरकार आती है तो यूपी में कोई भी काला कानून लागू नहीं हो सकेगा, वहीं एमएसपी पर सरकारी खरीद का इंतजाम होगा ।सपा सरकार में किसानों को गन्ने के भुगतान के लिए 15 दिन से ज्यादा का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

अखिलेश यादव ने कहा कि तीन कानून बिना किसानों के रायशुमारी के लाए गए। किसानों ने एक होकर सरकार को कानून वापस लेने पर मजबूर कर दिया। तीनों कानून को वोट के लिए वापस लिए हैं। किसानों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि कोई भी ऐसा कानून यूपी में लागू नहीं हो पाएंगे। 300 यूनिट बिजली फ्री देंगे, सिंचाई के लिए बिजली माफ होगी। एमएसपी की खरीद के लिए सरकारी इंतजाम करेंगे। सपा प्रमुख ने कहा कि गन्ने के भुगतान के लिए उन्हें इंतजार न करना पड़े इसके लिए फार्मर कॉरपस फंड और फॉर्म रिवाल्विंग फंड बनाए जाएंगे।

आपको बता दें कि अखिलेश यादव और RLD के जयंत चौधरी को आज दो साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी थी। लेकिन वो अपने तय समय पर नहीं हो सकी। दरअसल कुछ देर पहले अखिलेश ने केंद्र सरकार पर आज उनके हेलिकॉप्टर को रोककर रखने का आरोप लगाया। आज शुक्रवार को 1 बजे मुजफ्फरनगर में उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस थी, लेकिन वह करीब ढाई बजे तक दिल्ली में ही थे। हालांकि कुछ समय बाद उन्होंने मुजफ्फरनगर के लिए उड़ान भरी।

यूपी में समाजवादी पार्टी जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल के साथ मिलकर चुनावी मैदान में है. इस गठबंधन में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टॉ, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट),अपना दल (कमेरावादी), प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया), महान दल, टीएमसी भी शामिल है। यूपी में कुल 403 सीटों के लिए यहां सात चरणों में मतदान होना है।