कॉर्पोरेट परस्त नीतियों पर लगे लगाम
राष्ट्रीय हड़ताल सफल हुई, एआईपीएफ और वर्कर्स फ्रंट ने हड़ताल में की भागीदारी
लखनऊ
देश की प्राकृतिक संपदा, सार्वजनिक संपत्ति, आर्थिक स्रोत और श्रम शक्ति की देशी, विदेशी कॉर्पोरेट घरानों द्वारा की जा रही लूट पर लगाम लगाने के लिए और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के सवाल पर राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हड़ताल में ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट और वर्कर्स फ्रंट के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में जगह-जगह शामिल हुए। इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार कॉर्पोरेट घरानों की और अमेरिका की एजेंट बन गई है। आज ही अमेरिका के साथ हमारे देश की कृषि को बर्बाद करने वाले समझौते को मोदी सरकार करने जा रही है। देश को गुलाम बनाने और आर्थिक संप्रभुता पर हमले की नीतियों के खिलाफ पूरे देश का मजदूर, कर्मचारी, किसान, छात्र, नौजवान एक साथ आया है और हड़ताल को सफल बनाया है।
बिजली के निजीकरण के सवाल पर बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि अहमदाबाद की प्लेन दुर्घटना निजीकरण के दुष्परिणाम का जीवंत उदाहरण है। जिसमें एयर इंडिया को टाटा कंपनी को देने के बाद सिर्फ एक व्यक्ति को छोड़कर सभी लोगों की अकाल मृत्यु हुई है। बीएसएनएल को बर्बाद कर बढ़ाए गए अंबानी के जियो और भारती समूह के एयरटेल ने देश की सुरक्षा तक से समझौता कर अमेरिका की स्टारलिंक से हाथ मिला लिया है। यहीं नही ये मनमाने ढंग से टैरिफ बढ़ा रहे हैं। बिजली का यदि निजीकरण हुआ तो प्रदेश में गरीबों और किसान के हाथ से बिजली छीन ली जाएगी।
वक्ताओं ने कहा कि पूरे देश में चार लेबर कोड के जरिए काम के घंटे बढ़ाने और मजदूरी दर को न्यूनतम स्तर पर रखने की साजिश हो रही है। इसके जरिए सामाजिक सुरक्षा के जो अधिकार थे भी उन्हें खत्म किया जा रहा है। बिहार में मतदाता पुनरीक्षण और कुछ नहीं लोकतंत्र के दायरे को सीमित करने और वोट देने के अधिकार को छीनने की कोशिश है।
कार्यक्रम में में एआईपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. आर. दारापुरी, प्रदेश महासचिव दिनकर कपूर, वर्कर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर दुर्गा प्रसाद, महासचिव राम शंकर, मजदूर किसान मंच के महासचिव डाक्टर बृज बिहारी, सुनिला रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष अजय राय, ठेका मजदूर यूनियन सोनभद्र के जिला अध्यक्ष कृपा शंकर पनिका, मंत्री तेजधारी गुप्ता, युवा मंच की सविता गोंड, रूबी गोंड, चंदौली के संयोजक अखिलेश दुबे मजदूर किसान मंच के संयोजक रामेश्वर प्रसाद, बुनकर वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष इकबाल अहमद आदि लोगों ने हिस्सा लिया।








