टीम इंस्टेंटखबर
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक यूपी में शराब की रिकॉर्ड तोड़ खरीददारी हुई है। प्रदेश के आबकारी विभाग ने बीते शनिवार को इस संबंध में आंकड़े जारी किए।

राज्य आबकारी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 के समापन पर 31 मार्च तक प्रदेश के आबकारी विभाग को कुल 6 हजार कारोड़ रूपये से अधिक राजस्व का इजाफा हुआ है। प्रदेश सरकार को आबकारी विभाग के जरिए जबरदस्त फायदा मिल रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व में 20 फीसदी का इजाफा हुआ है।

बीते शनिवार को जारी आबकारी विभाग के आधिकारिक बयान के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2021-22 में राज्य सरकार को 36,208.44 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में यही राशि 6147 करोड़ रूपये कम रही थी। बहरहाल, वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में 2021-22 के राजस्व में 20.45 फीसदी का इजाफा हुआ है।

जानकारी के मुताबिक, प्रदेश की योगी सरकार में उनके पहले कार्यकाल के दौरान साल 2017 से 2021 के बीच शराब की 2,076 की नई दुकानों को लाइसेंस दिया गया था। ये लाइसेंस शराब की चार अलग-अलग खुदरा दुकानों के लिए जारी किया गया जिसमें देसी-विदेशी शराब की दुकान, बीयर शॉप और मॉडल शॉप शामिल थे।