डिजिटल हिंसा को पहचानना और रिपोर्ट करना सबसे बड़ा सुरक्षा कवच
लखनऊ।
इनिशिएटिव फाउंडेशन ने आज “लैंगिक आधारित हिंसा समाप्त करने के लिए 16 दिवसीय अभियान” की शुरुआत लखनऊ के शिवरी में जागरूकता कार्यक्रम के साथ की। इस वर्ष का वैश्विक थीम “सभी महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ डिजिटल हिंसा समाप्त करने के लिए एकजुट हों” को केंद्र में रखते हुए महिलाओं और लड़कियों के लिए डिजिटल सुरक्षा और ऑनलाइन हिंसा की रोकथाम पर विशेष बल दिया गया।
कार्यक्रम में लगभग सैकड़ों महिलाएँ एवं किशोरियाँ शामिल हुईं। शुरुआत ऑरेंज रिबन वितरण और डिजिटल हिंसा के खिलाफ एकजुटता रैली के साथ हुई। कार्यक्रम में ऑनलाइन स्टॉकिंग, साइबर बुलिंग, मॉर्फिंग, अपमानजनक कमेंट, सेक्स्टॉर्शन, नकली प्रोफाइल जैसे डिजिटल हिंसा के प्रकारों पर चर्चा की गई तथा साइबर हेल्पलाइन और ऑनलाइन शिकायत प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई।
जागरूकता कार्यक्रम रैली में संध्या जी ने कहा डिजिटल स्पेस भी सामाजिक स्पेस है, यहां होने वाली हिंसा को पहचानना और रिपोर्ट करना सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।
जागरूकता अभियान में संस्था निदेशक अमित ने कहा महिलाओं और लड़कियों के लिए सुरक्षित डिजिटल वातावरण बनाना सशक्तिकरण और नेतृत्व का अनिवार्य आधार है।
16 दिवसीय जागरूकता अभियान प्रभारी हेमा ने कहा ऑनलाइन सम्मान, सहमति और सुरक्षा यह हर महिला और लड़की का अधिकार है, न कि विकल्प।
आयुषी, दिव्यांशी, वर्तिका, नैंसी, आकांक्षा, मुस्कान, रंजीता, रामकली, सहित सैकड़ों लोगों ने सक्रिय रूप से जागरूकता रैली और संवाद में भाग लिया और कहा कि ऐसे कार्यक्रम डिजिटल हिंसा रोकने, कानूनी प्रक्रियाओं को समझने और आत्मविश्वास बढ़ाने में बेहद सहायक हैं।
आज का कार्यक्रम 16 दिवसीय अभियान के पहले दिन का हिस्सा था। आगामी दिनों में कानूनी जागरूकता शिविर, आत्मरक्षा कार्यशाला, PWDVA व POCSO विषयक सत्र, क्विज़ व पोस्टर प्रतियोगिता, साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण और मानवाधिकार दिवस (10 दिसंबर) पर समापन कार्यक्रम प्रस्तावित है।










