नई दिल्ली:
RBI ने आज जहाँ रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट का इज़ाफ़ा कर आमजनता को झटका दिया है वहीँ चालू वित्त वर्ष के लिए 7.2 परसेंट की जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को बरकरार रखा है. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को चालू वित्त वर्ष की तीसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा पेश करते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली अप्रैल-जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की ग्रोथ रेट 16.2 फीसदी रहेगी. यह चौथी जनवरी-मार्च की तिमाही में घटकर 4 फीसदी पर आ जाएगी.

इससे पहले रिजर्व बैंक ने अप्रैल में चालू वित्त वर्ष के लिए वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया था. इससे पहले केंद्रीय बैंक ने 2022-23 में वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था. शक्तिकांत दास ने कहा है कि केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था की उत्पादक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त लिक्विडिटी या नकदी की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा.

RBI गवर्नर ने बुधवार को यहां मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा, आगे चलकर महामारी की वजह से उपलब्ध कराई गई अत्यधिक तरलता को कई साल के समय में सामान्य स्तर पर लाया जाएगा. हालांकि, इसके साथ ही केंद्रीय बैंक यह सुनिश्चित करेगा कि अर्थव्यवस्था की उत्पादक जरूरतों के लिए पर्याप्त नकदी उपलब्ध रहे.