स्पोर्ट्स डेस्क
भारतीय टेस्ट और वनडे टीम की कप्तान मिताली राज ने आज अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का एलान कर अपना बल्ला टांग दिया है। यह जानकारी उन्होंने उन्होंने ट्विटर पर एक संदेश जारी कर दी. अपने सन्देश में उन्होंने लिखा कि मुझे लगता है कि यह मेरे करियर को समाप्त करने का सही समय है। टीम की कमान प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों के हाथों में हैं और भारतीय क्रिकेट का भविष्य उज्जवल है।

उन्होंने आगे लिखा, “जब भी मैंने मैदान पर क़दम रखा, मैंने भारत को जीतने में मदद करने के इरादे से अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। मैं हमेशा तिरंगे का प्रतिनिधित्व करने के लिए मुझे दिए गए अवसर को संजो कर रखूंगी। इतने सालों तक टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात थी। इस ज़िम्मेदारी ने मुझे विकसित होने में मदद की और मुझे उम्मीद है कि इससे भारतीय महिला क्रिकेट का विकास भी हुआ है।” “यह सफ़र भले ही समाप्त हो गया है, अगला सफ़र ज़्यादा दूर नहीं है। मैं इस खेल से जुड़े रहना चाहती हूं और भारत तथा विश्व भर में महिला क्रिकेट के विकास में अपना योगदान देना चाहती हूं।”

अपने करियर में मिताली ने 12 टेस्ट, 232 वनडे और 89 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस साल की शुरुआत में खेले गए विश्व कप में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ उन्होंने अपना आख़िरी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था। तीन विकेट से मिली हार के बाद भारत विश्व कप से बाहर हो गया था।

एकदिवसीय प्रारूप में मिताली राज ने सात शतकों की मदद से 50.68 की औसत से कुल 7805 रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने एक शतक और चार अर्धशतकों समेत 699 रन जोड़े। टी20 क्रिकेट में मिताली ने 37.52 की औसत से 2364 रन बनाए। टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में उनके बल्ले से 17 अर्धशतक निकले।

कुल मिलाकर 10,868 रन बनाकर मिताली महिला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज़ बनीं साथ ही वनडे मैचों में भी उनके नाम सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है। वह महिला वनडे मैचों में लगातार सात अर्धशतक बनाने वाली पहली खिलाड़ी बनी थीं।

मिताली ने अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू मैच में आयरलैंड के विरुद्ध वनडे मुक़ाबले में नाबाद 114 रन बनाए थे। वह उस समय महिला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शतक बनाने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बनी थीं ।