नई दिल्ली: विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले करीब तीन महीने से प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने ने कहा कि ‘भगवान हनुमान’ और महात्मा गांधी भी आंदोलनजीवी थे। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों से बातचीत करनी चाहिए न कि उन्हें पकड़कर जेल में नहीं डालना चाहिए।

‘हनुमान जी’ सबसे बड़े आन्दोलनजीवी
राकेश टिकैत ने कहा,’कुछ लोग हमको आंदोलनजीवी कहते हैं। सबसे बड़े आंदोलनजीवी तो ‘हनुमान जी’ थे। उन्होंने अपनी पूछ किसी और के लिए जलवाई थी। महात्मा गांधी भी आंदोलनजीवी थे। उन्होंने आरोप लगाया कि आडवाणी जी का जब राष्ट्रपति बनने का नंबर आया तो उन पर अयोध्या का मुकदमा लगवा दिया।आज किसानों को खालिस्तानी, दंगाई बताया जा रहा है। उनके लिए इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए।

मुकदमों से डरने वाले नहीं किसान
टिकैत ने किसानों से कहा,’ जब आंदोलन करेंगे तो मुकदमे तो होंगे भाई. पहले जब लोग आंदोलन की वजह से जेलों में जाते थे तो बाकी लोग उनसे माफी मांगते थे। हम भी इससे डरने वाले नहीं है।’ उन्होंने चेतावनी दी कि ये आंदोलन जारी रहेगा। दस दिन बाद गर्मी शुरू हो जाएगी, उसके लिए सभी आंदोलनकारी कूलर का इंतजाम कर लें। यदि सरकार ने बिजली नहीं दी तो अपने जनरेटरों का इंतजाम कर लेंगे।