लखनऊ:
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में क्रॉस वोटिंग की लग रही अटकलों के बीच बीते मंगलवार को उम्मीद जताई की चुनाव में उनकी पार्टी को तीन सीटों पर विजय मिलेगी जहां से सपा ने अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।

उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए बीजेपी ने आठ और समाजवादी पार्टी ने 3 राज्यसभा उम्मीदवार उतारे हैं। विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से बीजेपी को 7 और समाजवादी पार्टी को 3 सीटें मिलनी तय हैं लेकिन विधायकों के क्रॉस वोटिंग की कथित खबरों से यूपी की सियासत इस समय पूरे उफान पर है।

इससे पहले बीते सोमवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से आयोजित रात्रिभोज से सपा के कुछ विधायक गायब होने की भी खबर सामने आयी थी। बताया जा रहा है कि यादव के सोमवार की रात्रि में दिये भोज से सपा के कम से कम 8 विधायक गायब थे। जिसके कारण पार्टी को डर है कि गायब हुए विधायक वोट से अनुपस्थित रह सकते हैं या क्रास वोट कर सकते हैं, जिसके कारण भाजपा के आठवें प्रत्याशी की जीत भी सुनिश्चित हो सकती है।

क्रास वोटिंग की अफवाहों पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी के तीनों उम्मीदवार जीतेंगे। भाजपा चुनाव जीतने के लिए सभी हथकंडे अपना रही है। भाजपा जीत के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। अगर हमारे कुछ नेता व्यक्तिगत लाभ चाहते हैं, तो वे भाजपा में जा सकते हैं लेकिन हमें उम्मीद है कि पार्टी 3 सीटों पर जीत हासिल करेगी।” इसके साथ ही अखिलेश यादव ने यह भी कहा, “हमारे जो विधायक भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं और जो इसका फायदा उठाना चाहते हैं, वे भारतीय जनता पार्टी के साथ जा सकते हैं क्योंकि उन्हें भारतीय जनता पार्टी खेमे द्वारा लालच दिया जा रहा है।”

वहीँ अखिलेश यादव के अलावा उनके चाचा और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने क्रास वोटिंग की अफवाहों पर कहा कि चुनाव में लोकतांत्रिक मूल्य खत्म हो गये हैं। उन्होंने कहा, ”क्रास वोटिंग का सीधा मतलब है कि चुनाव में लोकतांत्रिक मूल्य खत्म हो गए हैं। देखिए अगर ऐसा ही हुआ तो फिर आगे क्या होगा।”

इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव से लोकतंत्र मजबूत होगा। एसपी नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा, “चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए, तभी लोकतंत्र मजबूत होगा। जो लोग सत्ता का दुरुपयोग करते हैं, वे लोकतंत्र के समर्थक नहीं हो सकते।” समाजवादी पार्टी ने अभिनेत्री सांसद जया बच्चन, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी आलोक रंजन और रामजी लाल सुमन को चुनावी मैदान में उतारा है।