टीम इंस्टेंटखबर
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस अब नई तैयारियों के साथ वापसी के प्रयास कर रही है. भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए विपक्षी एकजुटता की जरूरत पर जोर देते हुए कांग्रेस सांसद और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जो भी दल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और नरेंद्र मोदी के खिलाफ हैं उन्हें एक साथ आ जाना चाहिए.

राहुल गांधी ने आज पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव से मुलाकात की और इस मुलाकात के बाद उन्होंने विपक्षी दलों की एकजुटता के बारे में कहा कि विपक्षी दलों को एकजुट करने के संदर्भ में चर्चा हो रही है कि इसका क्या स्वरूप होना चाहिए. राहुल ने विपक्षी एकजुटता से जुड़े सवाल पर कहा, ‘जो भी आरएसएस और नरेंद्र मोदी के खिलाफ हैं उन सबको एक साथ आना चाहिए. किस प्रकार साथ आना चाहिए, क्या स्वरूप होना चाहिए, इस पर विचार किया जा रहा है.’

हालांकि राहुल गांधी ने जोर देकर यह भी कहा कि विपक्षी एकजुटता को अंजाम तक पहुंचाने की जरूरत है. कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जिस देश में शांति और सद्भाव नहीं होगा कि वहां नफरत बढ़ेगी, महंगाई बढ़ेगी, अर्थव्यवस्था नहीं चलेगी, रोजगार नहीं मिलेगा. अगर देश को सशक्त और मजबूत बनाना है तो सबसे जरूरी चीज है शांति.’ उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के लोग सोचते हैं कि लोगों को डराकर, नफरत फैलाकर और लोगों को मारकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है.’

राहुल गांधी ने यह भी दावा किया, ‘वर्तमान में देश के जो आर्थिक हालात हैं और रोजगार की हालत है, वो जो भविष्य में आने वाला है, वो आपने अपनी पूरी जिंदगी में नहीं देखा होगा. देश में रोजगार का ढांचा टूट गया है. छोटे दुकानदार और असंगठित क्षेत्र हमारी रीढ़ की हड्डी हैं और इन्हें भी तोड़ दिया गया है.’