टीम इंस्टेंटखबर
रूस द्वारा यूक्रेन पर अपने पूरे सैन्य बल के साथ हमले के बाद ब्रिटेन और अमेरिका की तरफ से इस हमले के खिलाफ गंभीर परिणाम की चेतावनी दी जा रही है. लेकिन इस हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एवं प्रतिबंधों को नजरंदाज करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ‘‘ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे.”

इसका अर्थ यह भी निकाला जा रहा है कि पुतिन सीधे तौर पर NATOऔर अमेरिका को यह चेतावनी दे रहे हैं कि यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच हस्तक्षेप ना करें अन्यथा उन्हें भी गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे.

रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि रूस की सेना यूक्रेन के अहम सैन्य ठिकानों को चुन-चुन कर निशाना बना रही है. रूस के निशाने पर यूक्रेन का इंफ्रास्ट्रक्चर है, एयर डिफेंस फेसिलिटीज़ हैं, मिलिट्री एयफील्ड और सेना के हवाईढ़ांचे को भी रूस अपने हथियारों से निशाने पर ले रहा है. गुरुवार की सुबह पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में मिलिट्री ऑपरेशन के आदेश दे दिए. रूसी सेना ने क्रीमिया के रास्ते यूक्रेन में घुसना शुरू किया.

वहीं अमेरिका ने रूस के इस आदेश की कड़ी आलोचना की है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर कहा कि यह हमला बिल्कुल असंगत और बिना उकसावे की कार्रवाई है. अभी बुधवार को ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्स्की ने कहा था कि रूस यूक्रेन पर कभी भी हमला कर सकता है ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्वीट कर कहा, “यूक्रेन में हो रहे भयावह घटनाक्रम से स्तब्ध हूं, और मैंने (यू्क्रेन के) राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की से आगे के कदमों पर चर्चा की है” .

जबकि यूक्रेन भारत समेत दुनिया के कई देशों से इस मुश्किल समय में यूक्रेन का साथ देने और रूस के राष्ट्रपति पुतिन को समझाने की अपील की है. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने वैश्विक नेताओं से रक्षा सहायता मुहैया कराने और यू्क्रेन के हवाई क्षेत्र की रूस से रक्षा में मदद प्रदान करने का अनुरोध किया है.