टीम इंस्टेंटखबर
कई महीनों की उठापटक के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. इस्तीफ़ा देने के बाद अमरिंदर सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए अपनी नाराज़गी का इज़हार करते हुए कहा कि अभी तक वह कांग्रेस पार्टी में है मगर आगे क्या होगा कि इसके बारे में अभी कहना मुश्किल है.

अमरिंदर ने आज राज्यपाल से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही उनके मंत्रिमंडल ने भी इस्तीफा सौंप दिया. वह 20 विधायकों और अधिकतर पंजाब के सांसदों के साथ राजभवन पहुंचे थे .

इस्तीफे के बाद राजभवन के बाहर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में तीसरी बार इस तरह की बात हुई है जिससे लगता है कि पार्टी आलाकमान को अब मुझमें भरोसा नहीं रहा. उन्होंने कहा कि पुंजाब कांग्रेस में जिस तरह की घटनाएं पिछले कुछ दिनों में हुईं उससे मैं बहुत आहत हूँ. इसीलिए मैं खुद मुख्यमंत्री पद छोड़ने का फैसला किया, अब पार्टी जिसे भी चाहे मुख्यमंत्री बनाये। भविष्य की राजनीति के बारे में उन्होंने कहा कि अपने सहयोगियों और समर्थकों से बात करने के बाद ही उचित समय पर फैसला करूंगा।

नए मुख्यमंत्री को स्वीकार करने की बात पर उन्होंने कहा कि अभी नहीं। उन्होंने कहा कि मैं साढ़े नौ बरस तक प्रदेश का मुख्यमंत्री रहा हूँ, मगर जिस तरह का घटनाक्रम हुआ उससे मैं अपमानित हुआ हूँ, इसके साथ ही उन्होंने विकल्प की बात भी कही.

उधर, कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के विधायक दलों की शाम पांच बजे बैठक होगी और माना जा रहा है कि उसमें नए विधायक दल के नेता का चुनाव किया जा सकता है.

माना जा रहा है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैप्टन अमरिंदर कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं. कयास यहां तक लगाए जा रहे हैं कि कैप्टन सीएम पद से इस्तीफा देने के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी भी छोड़ सकते हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की पुष्टि उनके बेटे रनिंदर सिंह ने भी की थी.