लखनऊ:
“लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रो. रविकांत पर हमला निंदनीय तथा दोषियों के विरुद्ध हो कानूनी कार्रवाही”- यह बात आज एस आर दारापुरी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट ने प्रेस को जारी बयान में कही है। उन्होंने आगे कहा है कि प्रो. रविकांत ने टीवी डिबेट में कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही थी परंतु एबीवीपी द्वारा उन्हें स्पष्ट तथा तथ्यात्मक बात कहने के लिए प्रताड़ित तथा अपमानित किया गया। इतना ही नहीं उपद्रवी तत्वों द्वारा उनके विरुद्ध एक समुदाय विशेष की भावनाएं आहत करने के आरोप में थाना हसनगंज में केस भी दर्ज करा दिया गया है। इसके विपरीत जब प्रो. रविकांत ने संबंधित थाने पर दोषियों के विरुद्ध केस दर्ज कराने के लिए दिनांक 10/5/2022 को प्रार्थना पत्र दिया तो उस पर आज तक कोई भी कार्रवाही नहीं की गई है।

श्री रविकांत ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि दिनांक 10/5/2022 को लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में एबीवीपी के सदस्यों ने मुझे घेर कर जान से मारने का प्रयास किया तथा साथ ही मेरे खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया व “देश के गद्दारों को गोली मारो सालों को” जैसे नारों का प्रयोग किया। उन्होंने आगे कहा है कि मैं दलित समुदाय से आता हूँ और मेरे खिलाफ जातिगत टिप्पणियाँ भी की गईं। यह मेरे मूल अधिकारों, जीवन की स्वतंत्रता व अभिव्यक्ति की आजादी का हनन है।

यह भी चिंता की बात है कि दोषियों के विरुद्ध केस दर्ज कराने के संबंध में प्रो. रविकांत दिनांक 11/5/2022 को कुछ बुद्धिजीविओं तथा पत्रकारों के साथ लखनऊ पुलिस आयुक्त से मिले भी थे परंतु इसके बावजूद आज तक केस दर्ज नहीं किया गया है। इससे स्पष्ट है कि पुलिस राजनीतिक दबाव के कारण कोई कार्रवाही नहीं कर रही है।

अतः आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट प्रो. रविकांत को प्रताड़ित करने के दोषियों के विरुद्ध केस दर्ज करके कार्रवाही की मांग करता है ताकि विद्यालयों/महाविद्यालयों में भगवा गुंडागर्दी पर रोक लग सके।