धार:
मध्य प्रदेश के धार जिले में गुरुवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गाधी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। यहां उन्होंने ताबड़तोड़ केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, देश का हर नेता समझ गया है, महिलाओं का वोट मिले बिना, वह सत्ता में नहीं आ सकता। आगे उन्होंने कहा कि शिशुपाल के अत्याचारों का घड़ा भर गया है, कृष्ण रूपी बन जाओ और उनको निकालो और उखाड़ फेंको।

उन्होंने कहा मध्य प्रदेश में कितने घोटाले हुए, लेकिन किसी की भी जांच नहीं हुई। अपने संबोधन में उन्होंने केंद्र द्वारा ईडी और केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया। साथ ही कहा कि अडानी जी का हजारों करोड़ों का लोन किस आधार पर माफ किया गया।

बता दें कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए धार जिले में पहुंची थीं। उन्होंने, मध्य प्रदेश और यहां की जनता से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाता याद दिलाया।

प्रियंका ने कहा कि हमारी सरकार ने एक करोड़ लोगों को ₹100 में 100 यूनिट बिजली दिलवाई,ओबीसी आरक्षण 24% से बढ़ाकर 27% किया। वहीं छत्तीसगढ़ सरकार, सबसे ज्यादा समर्थन मूल्य में फसल खरीती है, धन खरीद कर सबसे ज्यादा पैसे छत्तीसगढ़ में मिल रहे हैं। प्रियंका का कहना है कि कर्नाटक में 200 यूनिट बिजली मुफ्त में मिल रही है, भोपाल इंदौर में मेट्रो रेल की परियोजना कांग्रेस ने शुरू की।

सबसे कम बेरोजगारी छत्तीसगढ़ में है। प्रियंका गांधी ने कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में अभी आपदा आई, सबसे ज्यादा राहत का पैकेज हिमाचल में कांग्रेस की सरकार दे रही है, उन्होंने कहा राजस्थान में 25 लाख तक का इलाज मुफ्त में हो रहा है, यह कांग्रेस की सरकार की नीतियां हैं क्योंकि हमारे लिए सर्वोपरि आप हैं, आपसे बाद कोई नहीं।

प्रियंका गांधी ने चुनावी घोषणा करते हुए कहा कि किसानों के कर्ज जैसे पहले माफ किए, वैसे ही फिर से कर्ज माफ करेंगे, 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली मिलेगी। 200 यूनिट पर बिजली का बिल हाफ होगा , पुरानी पेंशन मध्य प्रदेश में लागू की जाएगी, गैस सिलेंडर 500 रुपये में दिलवाएंगे और महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह खाते में मिलेगा, पांच हार्स पावर की बिजली किसानों को मिलेगी मुफ्त ,कांग्रेस पार्टी आपकी है हम सब आपके हैं बहुत बड़ी जिम्मेदारी है आप इसको हल्के में मत लीजिए।